चंपारण सत्याग्रह आंदोलन को श्रद्धांजलि है चंपेक्स : पीएमजी
बिहार सर्कल के चीफ पोस्टमास्टर जेनरल एमई हक ने कहा है कि डाक टिकट प्रदर्शनी (चंपेक्स-2018) का आयोजन चंपारण सत्याग्रह आंदोलन को श्रद्धांजलि है।
मोतिहारी। बिहार सर्कल के चीफ पोस्टमास्टर जेनरल एमई हक ने कहा है कि डाक टिकट प्रदर्शनी (चंपेक्स-2018) का आयोजन चंपारण सत्याग्रह आंदोलन को श्रद्धांजलि है। सत्याग्रह आंदोलन के शताब्दी वर्ष में इस आयोजन की परिकल्पना कर डाक विभाग स्वतंत्रता सेनानियों को सलाम करता है। उन्होंने डाक टिकट के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि विश्व दर्शन का यह एक सशक्त जरिया डाक टिकट है। संवाद संप्रेषण के आज तमाम साधन हैं, मगर पत्र लेखन का अलग महत्व है। भावनाओं की अभिव्यक्ति का सबसे अच्छा जरिया तो पत्र लेखन ही है। इस क्रम में पूर्वी क्षेत्र के पोस्टमास्टर जेनरल अनिल कुमार ने टिकट संग्रह के बारे में बताते हुए कहा कि निवेश का यह सबसे अच्छा एवं भरोसेमंद जरिया है। टिकट संग्रह कर आप करोड़पति बन सकते हैं। इतिहास गवाह है कि दुनिया के बड़े-बड़े नेता टिकट संग्रह के लिए जाने जाते हैं। अमेरिका के आधे दर्जन राष्ट्रपति को टिकट संग्रह का शौक था। वहीं महात्मा गांधी भी अच्छे टिकट संग्रहकर्ता थे।
दीप प्रज्वलन से हुआ उद्घाटन
चंपारण डाक टिकट प्रदर्शनी के दूसरे एवं अंतिम दिन के कार्यक्रमों का उद्घाटन जिला स्कूल के प्रांगण में रविवार को दीप प्रज्वलित कर किया गया। उद्घाटन की औपचारिकता बिहार सर्कल के चीफ पोस्टमास्टर जेनरल एनई हक, उत्तरी क्षेत्र मुजफ्फरपुर के पोस्टमास्टर जेनरल अशोक कुमार, पूर्वी क्षेत्र भागलपुर के पोस्टमास्टर जेनरल अनिल कुमार, प्रवर डाक अधीक्षक छपरा एलके सिन्हा, मुजफ्फरपुर के नर¨सह महतो आदि ने संयुक्त रूप से किया।
केसरिया स्तूप पर विशेष डाक टिकट
चंपारण डाक टिकट प्रदर्शनी के अवसर पर रविवार को विश्व प्रसिद्ध केसरिया बौद्ध स्तूप पर डाक विभाग ने विशष डाक टिकट जारी किया। लोकार्पण बिहार सर्कल के चीफ पोस्टमास्टर जेनरल एनई हक ने रिमोट दबाकर किया। इस क्रम में सभी पदाधिकारियों ने टिकट को हाथ में लेकर भी प्रदर्शित किया। इस दौरान केसरिया स्तूप के महत्व एवं इतिहास पर भी रोशनी डाली गई। साथ ही स्वतंत्रता सेनानी बत्तख मियां सहित चंपारण के अन्य विभूतियों पर भी डाक टिकट जारी करने की आवश्यकता बताई गई।
प्रदर्शनी रहा आकर्षण का केंद्र
जिला स्कूल के परीक्षा भवन में डाक टिकटों की प्रदर्शनी लगाई गई थी। दुर्लभ किस्म के टिकटों को देखने की उत्सुकता सबके मन में थी। कुल 80 फ्रेम में 1280 दुर्लभ किस्म के डाक टिकट प्रदर्शित किए गए थे। ऐसे संग्रहकर्ताओं के टिकट भी प्रदर्शनी में शामिल किए गए थे जो काफी आकर्षक एवं दुर्लभ किस्म के थे। इसके लिए कई संग्रहकर्ताओं को पुरस्कृत करने की अनुशंसा की गई। चंद्रहिया में बापू से जुड़ी घटना को प्रदर्शित करते टिकट को देखने की चाह सबमें थी। कार्यक्रम में प्रदर्शनी से जुड़ी जानकारी पूर्व डाक अधीक्षक सीडी यादव ने विस्तार से दी। ड
ये रहे उपस्थित
प्रवर डाक अधीक्षक छपरा एलके सिन्हा, प्रवर डाक अधीक्षक मुजफ्फरपुर नर¨सह महतो, सहायक निदेशक मुजफ्फरपुर आरके दूबे, डाक अधीक्षक मोतिहारी सत्य नारायण प्रसाद, जिला स्कूल के प्राचार्य शैलेंद्र कुमार ठाकुर, अजय कुमार दूबे, दीपक कुमार ¨सह आदि।