वीमेंस कॉलेज का कैंपस होगा ग्रीन एंड क्लीन
मोतिहारी। बदहाली का दंश झेल रहे शहर के डॉ. एसकेएस महिला महाविद्यालय में सकारात्मक बदलाव के संकेत सामने आने लगे हैं। कैंपस में साफ-सफाई से लेकर अन्य कार्य तेजी से किए जा रहे हैं।
मोतिहारी। बदहाली का दंश झेल रहे शहर के डॉ. एसकेएस महिला महाविद्यालय में सकारात्मक बदलाव के संकेत सामने आने लगे हैं। कैंपस में साफ-सफाई से लेकर अन्य कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। इस बीच बुधवार को कॉलेज में क्रय एवं विक्रय समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में ¨सडिकेट सदस्य मयंकेश्वर ¨सह एवं विश्वविद्यालय प्रतिनिधि के रूप में विपिन कुमार राय भी उपस्थित थे। इस दौरान कॉलेज के विकास को लेकर कई निर्णय लिए गए। वहीं, कॉलेज प्रबंधन की ओर से पीजी स्तर तक की पढ़ाई सहित अन्य कई प्रस्ताव दिए गए। इस क्रम में यह तय हुआ कि कॉलेज की आधारभूत संरचनाओं को तीन महीने के अंदर ठीक कर लिया जाएगा। कैंपस को ग्रीन एंड क्लीन बनाने की भी घोषणा की गई। कॉलेज की बदहाली होगी दूर इस अवसर पर विश्वविद्यालय के ¨सडिकेट सदस्य मयंकेश्वर ¨सह ने कहा कि चंपारण में यह लड़कियों के लिए अकेला कॉलेज है जो विश्वविद्यालय की अंगीभूत इकाई भी है। इसकी बदहाली ¨चताजनक स्थिति में है। विकास के लिए सभी स्तरों पर प्रयास की दरकार है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत इसका विकास आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत जो भी जरूरी सुविधाएं होंगी, इस कॉलेज में उपलब्ध कराया जाएगा। आगामी 21 जनवरी को ¨सडिकेट की बैठक होने जा रही है, उसमें इस कॉलेज के विकास के मुद्दे को उठाउंगा। परीक्षा एवं पें¨डग रिजल्ट के मुद्दे पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय स्तर पर इसके निदान के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। जिला स्तर पर मूल्यांकन एवं संबंधित अन्य कार्यों को पूरा करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इससे विद्यार्थियों को अनावश्यक रूप से विश्वविद्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। आधारभूत संरचनाएं होंगी दुरूस्त क्रय-विक्रय समिति की बैठक में लिए गए निर्णय की चर्चा करते हुए विश्वविद्यालय प्रतिनिधि विपिन कुमार राय ने बताया कि कॉलेज की वर्तमान स्थिति ¨चताजनक है। इस कॉलेज का नैक मूल्यांकन भी कराया जाना बाकी है। इसके लिए आधारभूत संरचनाओं का ठीक किया जाएगा। प्राचार्य से कहा गया है कि इसके लिए जो भी आवश्यक कार्य हैं उन्हें शुरू किया जाए। विश्वविद्यालय स्तर पर हर संभव मदद मिलेगी। आवश्यक सामग्रियों की खरीददारी पोर्टल के माध्यम से करने को कहा गया है। अच्छी बात है कि नवनियुक्त प्राचार्य ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। पीजी स्तर तक पढ़ाई का प्रस्ताव बैठक में प्राचार्य डॉ. रत्नेश आनंद ने विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि तीन महीने के अंदर कॉलेज की व्यवस्था को ठीक कर लिया जाएगा। इसके लिए काम युद्ध स्तर पर जारी है। कैंपस में छात्राओं की उपस्थिति बढ़ाने के लिए कई तरह की गतिविधियां संचालित की जा रही है। आगामी 17 फरवरी को आयोजित होने वाले कॉलेज के स्थापना दिवस को लेकर छात्राओं के बीच कई तरह की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जा रहा है। कॉमर्स की पढ़ाई शुरू करने के साथ-साथ सभी विषयों में पीजी स्तर तक शिक्षा व्यवस्था के लिए उन्होंने विश्वविद्यालय प्रतिनिधियों के सामने प्रस्ताव रखा। तय किया गया कि कॉलेज हित में जो भी संभव होगा वह किया जाएगा।