इलाज केअस्पताल के बेड पर तड़प रहे है अग्निपीड़ित
वक्त के साथ इंसान कभी-कभी इतना मजबूर व असहाय हो जाता है कि अपने आंखों के सामने अपनी बर्बादी को देख कर भी कुछ नहीं कर पाता ।
मोतिहारी। वक्त के साथ इंसान कभी-कभी इतना मजबूर व असहाय हो जाता है कि अपने आंखों के सामने अपनी बर्बादी को देख कर भी कुछ नहीं कर पाता । जीवन की एक घटना पूरे परिवार को बर्बादी के कगार पर लाकर खड़ी कर देती है, उस बर्बादी के मंजर को याद कर अबतक सरकारी सहायता नहीं मिलने के कारण अस्पताल के बेड पर बेहतर इलाज के लिए तरस रहे है थाना क्षेत्र के जैतापुर गांव के अग्निपीड़ित रामचंद्र पांडेय के परिवार के लोग। 18 अगस्त को नाश्ता बनाने के दौरान गैस सिलेंडर से हुए रिसाव के कारण घर में आग लग गई थी। जिसमें घर में रखा सामान तो जल ही गया है। परिवार के चार सदस्य झुलस गए थे। झुलसे लोगों में ब्रजेश पांडेय (35) पत्नी अमृता देवी (30) पुत्र साहिल कुमार (2) व पड़ोसी दीपू मिश्रा गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे । दीपू मिश्रा का उपचार सदर हॉस्पिटल मोतिहारी औऱ बाकी लोगों का रामगढ़वा स्थानीय स्तर पर उपचार कराया जा रहा है । घटना में जख्मी ब्रजेश पांडेय ने बताया कि उपचार के लिये कही से कोई सहायता राशि नहीं मिली है । कर्ज लेकर उपचार करा रहे है। पैसे के अभाव में अन्य पीड़ित परिजनों के साथ रामगढ़वा स्थानीय स्तर पर उपचार करा रहे । अगर पैसा रहता तो मोतिहारी, पटना जाते । गैस सिलेंडर लीक होने से ये घटना हुई है। लेकिन, अभी तक इस मामले में कोई पूछने भी नहीं आया । हम इंसाफ के लिये मुख्यमंत्री जनता दरबार में जाएंगे । वहीं मोतिहारी सदर अस्पताल में इलाजरत दीपू मिश्रा की मां संगीता देवी ने बताया कि अस्पताल में रहना फ्री है। दवा बाहर से खरीदना पड़ता है। मां हूं। बेटे का दर्द देखा नहीं जा रहा है। इलाज में अभी तक जेवर आदि बिक गया है। इस संबंध में पूछे जाने पर पलनवा थानाध्यक्ष रमन कुमार ने बताया कि प्राप्त लिखित आवेदन के आधार पर सनहा दर्ज किया गया है। वहीं रामगढ़वा के अंचलाधिकारी उमेश कुमार ने बताया कि यथाशीघ्र पीड़ित परिवार को सरकारी सहायता राशि मुहैया कराई जाएगी ।