ट्रेन परिचालन के पूर्व जर्जर हुआ नवनिíमत पुल का पाया
रक्सौल-नरकटियागंज रेलखंड के पुल नंबर 51 के निर्माण में भारी अनियमितता बरती गई है।
मोतिहारी। रक्सौल-नरकटियागंज रेलखंड के पुल नंबर 51 के निर्माण में भारी अनियमितता बरती गई है। पुल के निचले हिस्से में मैटेरियल ही नहीं दिखाई दे रहा है । इसकी बारिकी से जांच नहीं की जाती , तो यह पुल किसी बड़े हादसे का गवाह बन सकता था । क्योंकि इस पुल का जर्जर हिस्सा पानी से डूबा था । अधिकारियों की मौजूदगी में पाया के आसपास फैले पानी को पंपसेट से निकालने के बाद निर्माण कार्य मे अनियमितता उजागर हुआ । अन्यथा ट्रेन व मालगाड़ी के गुजरने के दौरान यह पुल भार सह नहीं पाता। रेलवे के भरोसेमंद सूत्रो के अनुसार पाया निर्माण के दौरान इंजीनिय¨रग विभाग का कोई अधिकारी मौजूद नहीं थे । नियमानुसार निर्माण कार्य के समय अधिकारियों का रहना जरूरी है। संवेदक ने संबंधित अधिकारियों को निर्माण कार्य शुरू करने के पूर्व आधुनिक तरीके से प्रभावित कर दिया था । निर्माण में लाखों रूपए का वारा- न्यारा किया है । जानकारो का कहना है कि अब नए सिरे से पुल का निर्माण शुरू किए जाने की संभावना है । इससे इस रेलखंड पर परिचालन में एक साल और लग सकता है । लोगों की उम्मीद पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है । आगामी जनवरी माह में ट्रेन परिचालन की संभावना थी । अगस्त माह में आयी बाढ़ के कहर के कारण इस रेलखंड पर पांच और नए पुल का निर्माण किया ही जा रहा था कि पाया निर्माण मे गुणवत्तापूर्ण कार्य पर सवाल खड़े हो गए है । बता दे कि इस रेलखंड पर आमान-परिवर्तन कार्य को लेकर बीते एक अप्रैल 2014 को मेगा ब्लाक लिया गया था । इस योजना को पूरा करने के लिए 14 माह का समय लिया गया । लेकिन अभी तक ट्रेन परिचालन नहीं शुरू नहीं किया गया है । इससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पडता है । इस संबंध मे डिप्टी चीफ इंजीनियर पीआर ¨सह ने पूछने पर बताया कि पुल निर्माण कार्य मे भारी अनियमितता बरती गई है । संबंधित संवेदक पर कार्रवाई की जा रही है ।