स्कॉटलैंड में फंसे अविनाश को याद आ रही वतन की मिट्टी
कोरोना महामारी के लगातार बढ़ रहे मामलों से पूरा विश्व त्रस्त है। विश्व के अधिकतर देशों में लॉकडाउन की स्थिति है। जो जहां है वहीं पर अपनों के साथ घरों में कैद है। ऐसे में लोगों को अपने वतन व अपने गांव की बहुत याद आ रही है।
मोतिहारी । कोरोना महामारी के लगातार बढ़ रहे मामलों से पूरा विश्व त्रस्त है। विश्व के अधिकतर देशों में लॉकडाउन की स्थिति है। जो जहां है वहीं पर अपनों के साथ घरों में कैद है। ऐसे में लोगों को अपने वतन व अपने गांव की बहुत याद आ रही है। शहर के बेलबनवा मोहल्ला निवासी अविनाश कुमार अपने परिवार के साथ वर्तमान में स्कॉटलैंड में रहते हैं। अविनाश ने फोन पर बताया कि संक्रमण के खतरे को देखते हुए अचानक से वहां भी लॉकडाउन की स्तिथि बन पड़ी। थोड़ी भी मोहल्लत मिलती तो वो सपरिवार अपने वतन लौट आते। लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में वतन लौटना मुमकिन नहीं है। फिलहाल वे अपने परिवार के साथ घर मे ही समय व्यतीत कर रहे हैं। अविनाश बताते हैं कि इस संकट की घड़ी में उनके सारे सगे संबंधी बिहार में है। जिन्हें वो काफी समय से मिस कर रहे हैं। कहते हैं कि कोरोना को भगाना है तो खुद को सुरक्षित रखना होगा। इस महामारी से बचने के लिए शारीरिक दूरी बनाकर रखने की सख्त आवश्यक है। अनावश्यक घर से बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए। स्कॉटलैंड में लॉकडाउन का पालन करते हुए अपने पुत्र का जन्मदिन भी उन्होंने सादगी व संयम से मनाया। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए किसी अन्य सहयोगी और मित्र को निमंत्रण नहीं दिया। घर मे ही परंपरागत भोजन के साथ उन्होंने बेटे का जन्मदिन सेलिब्रेट किया। अविनाश कहते हैं कि हर रात के बाद दिन आता है। उसी प्रकार यह संकट भी जल्द खत्म होगा। लेकिन इस महामारी कई सबक सीखा जाएगा। अपना देश अपनी मिट्टी अपने लोग ज्यादा जरूरी हैं। अगर रोजगार मिले तो कोई क्यों दूर देशों को जाएगा।