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उर्वरक कालाबाजारी की जांच करने पहुंचे सहायक कृषि निदेशक, दुकानदार फरार

मोतिहारी। सीमावर्ती प्रखंडों में जारी उर्वरक की कालाबाजारी की सूचना पर अनुमंडल कृषि पदाधिक

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Sep 2020 12:42 AM (IST)Updated: Sun, 13 Sep 2020 05:06 AM (IST)
उर्वरक कालाबाजारी की जांच करने पहुंचे सहायक कृषि निदेशक, दुकानदार फरार
उर्वरक कालाबाजारी की जांच करने पहुंचे सहायक कृषि निदेशक, दुकानदार फरार

मोतिहारी। सीमावर्ती प्रखंडों में जारी उर्वरक की कालाबाजारी की सूचना पर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सिकरहना सह सहायक कृषि निदेशक अमितेश कुमार विभिन्न दुकानों की जांच करने पहुंचे। इस दौरान श्री कुमार कटकेनवा चौक स्थित खाद दुकान पर पहुंचे। लेकिन जांच की भनक मिलते ही दुकानदार फरार हो गए। इधर अधिकारी के द्वारा जांच की खबर मिलते ही विभिन्न गांवों से किसान भी चौक पर पहुंच गए। अधिकारी दुकानदार का कुछ देर तक इंतजार करते रहे। लेकिन वे नहीं पहुंचे। तब किसानों ने एक-एक कर जानकारी दी। बताया कि 450-500 रुपये तक में यूरिया मिलती है। यूरिया के साथ कीटनाशक यानी जाइम आदि नहीं खरीदने पर दुकानदार यूरिया नहीं देते है। चौक के रास्ते अधिकांश यूरिया को नेपाल भेज दिया जाता है। अनुमंडल कृषि पदाधिकारी श्री कुमार ने पूछा कि दुकानदार कोई बिल देते है या पीओएस मशीन पर अंगूठा रखवाते है। इसपर किसानों ने कहा कि कोई बिल नहीं देते है। इसके साथ ही किसानों की समस्याओं को अधिकारी के मोबाइल में रिकॉर्ड किया गया । साथ ही किसानों ने अपने मोबाइल नंबर के साथ उर्वरक की समस्या से संबंधित लिखित आवेदन दिया। साथ ही किसानों ने कहा कि दुकानदार कहते है कि जिला से मूल्य से अधिक देकर खरीदारी करते है तो कम मूल्य पर कैसे बेचा जाए। इसपर अधिकारी ने आश्वासन दिया कि इसकी जानकारी जिला कृृृृृषि पदाधिकारी को दी जाएगी।

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कहते है अधिकारी

अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सह सहायक कृषि निदेशक रसायन अमितेश कुमार ने पूछे जाने पर बताया कि आदापुर प्रखंड के विभिन्न दुकानों की जांच की गई है। इस क्रम में कटकेनवा चौक जांच करने पहुंचे। इसकी भनक मिलते ही दुकानदार फरार हो गया। जो नियम संगत नहीं है। यदि दुकानदार के साथ किसी प्रकार की समस्या है तो स्थानीय अधिकारी को इसकी सूचना देकर बंद करना है। दुकान बंद की सूचना जिला कृषि पदाधिकारी को दी जाएगी। इसके बाद इस संबंध में अग्रतर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही बताया कि किसानों को बताया गया कि 350 रुपये से अधिक मूल्य पर यदि दुकानदार उर्वरक बेंचता है तो इसकी जानकारी दें। जो सवाल खड़ा कर रहा है। जिस यूरिया को सरकार किसानों तक पहुंचाने के लिए करीब 266 रुपये मूल्य निर्धारित की है। किसानों को उसी उर्वरक को खरीदने के लिए अधिकारी 350 रुपये बताते है।


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