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विधानसभा चुनाव : किस्मत बदलने की बाट जोह रही 60 हजार की आबादी

पूर्वी चंपारण क रामगढ़वा में हर चुनाव में तिरूवाह का विकास मुद्दा बनता है। वोट लेने के लिए नेता थोक भाव में आश्वासन देते हैं, लेकिन चुनाव जीतते ही वादों को अमल में लाना तो दूर वे इसे पूरी तरह भूल जाते हैं।

By Amit AlokEdited By: Published: Thu, 30 Jul 2015 09:52 AM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2015 10:00 AM (IST)
विधानसभा चुनाव : किस्मत बदलने की बाट जोह रही 60 हजार की आबादी

पूर्वी चंपारण [अमित कुमार]। रामगढ़वा में हर चुनाव में तिरूवाह का विकास मुद्दा बनता है। वोट लेने के लिए नेता थोक भाव में आश्वासन देते हैं, लेकिन चुनाव जीतते ही वादों को अमल में लाना तो दूर वे इसे पूरी तरह भूल जाते हैं।

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पिछले परिसीमन में तिरूवाह का इलाका रक्सौल से कटकर सुगौली विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा हो गया था। लेकिन इसकी सूरत नहीं बदली। अब भी करीब 60 हजार की आबादी अपनी किस्मत बदलने की बाट जोह रही है।

क्षेत्र में सड़क का अस्तित्व ही नहीं है। बारिश के मौसम में इलाके के लोगों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग हो जाता है। ग्रामीण बारिश के पूर्व ही राशन व अन्य जरूरी सामान खरीदकर रख लेते हैं।

रामगढ़वा से अधकपरिया जाने वाली सड़क का यूपीए सरकार में तत्कालीन केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने 2004 में शिलान्यास किया, परंतु इस पर काम शुरू नहीं हो सका।

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नौ किमी की दूरी तय करना दुष्कर

बारिश के मौसम में छह पंचायत के लोगों के लिए महज नौ किलोमीटर की दूरी तय कर प्रखंड मुख्यालय आना दुष्कर हो जाता है। इलाके मेंं तीन माह तक आवागमन ठप रहता है। यहां बिजली भी परेशानी की बड़ी वजह है।

ग्रामीण शेख अनीसुर्रहमान, शिवली मास्टर, अजय यादव आदि ने बताया कि यहां लोगों ने पक्की सड़क एवं बिजली का मुंह तक नहीं देखा है।

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दो जिलों को जोड़ता है अधकपरिया गांव

तिरूवाह का अधकपरिया गांव पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण जिले के दर्जनों गांवों को जोड़ता है। रामगढ़वा से अधकपरिया जाने वाली सड़क के बन जाने से यहां के लोगों को पश्चिमी चंपारण जाने में करीब 30 मिनट ही लगेगा। अभी दो से तीन घंटे जाया होता है।

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पुल तैयार, संपर्क पथ का इंतजार

वर्ष 2011 में तिरूवाह संघर्ष समिति पुल के लिए आंदोलन शुरू किया था। इसके करीब दो वर्ष बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सिकरहना नदी के पिपरपाती घाट पर पुल का शिलान्यास किया। पुल पर कुल 35 करोड़ की लागत आयी। पुल तैयार हो गया है, लेकिन अभी संपर्क पथ बनाने का काम चल रहा है।

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नौ किलोमीटर के लिए प्रस्ताव

ग्राम्य अभियंत्रण संगठन, रक्सौल के कार्यपालक अभियंता उपेन्द्र कुंवर के मुताबिक, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना से नौ किलोमीटर सड़क निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया है। विश्व बैंक संपोषित योजना मद से रामगढ़वा थाना चौक से पिपरपाती घाट के लिए सड़क का निर्माण किया जाना है।

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विधायक व सांसद ने लिखा

क्षेत्रीय भाजपा विधायक रामचंद्र सहनी कहते हैं कि उन्होंने और बेतिया सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने तिरूवाह सड़क का निर्माण कराने के लिए विभाग को लिखा है। तिरूवाह क्षेत्र को बिजली की समस्या से भी मुक्ति मिलेगी। इसके लिए प्रयास जारी हैं।


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