बारिश के बाद सदर अस्पताल परिसर बना जलाशय
मोतिहारी। रविवार की देर रात बारिश क्या हुई पूरा सदर अस्पताल परिसर पानी-पानी हो गया। य
मोतिहारी। रविवार की देर रात बारिश क्या हुई, पूरा सदर अस्पताल परिसर पानी-पानी हो गया। या यूं कहें कि अस्पताल परिसर किसी जलाशय की तरह नजर आ रहा था। मुख्य प्रवेश द्वार के पास घुटने तक पानी जमा था। पानी से होकर लोगों को आने-जाने की मजबूरी थी। परिसर में जाने बाद भी चारों ओर पानी ही पानी था। इसी बीच सोमवार की सुबह जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक भी सदर अस्पताल के कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण करने पहुंच गए। वहां की स्थिति को उन्होंने स्वयं अपनी नजरों से देखा। व्यवस्था के बारे में पूछा। व्यवस्था से खासे नाराज नजर आए। उन्होंने नगर निगम के अधिकारी को आदेश दिया कि सक्शन मशीन से तुरंत पानी की निकासी की जाए। इसके बाद सक्शन मशीन वाले तीन वाहन पहुंचे और पानी को निकालना शुरू किया। बावजूद इसके पूरा पानी नहीं निकल सका। इस क्रम में अस्पताल में आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। परिसर में नवजात बच्चों के लिए बना एसएनसीयू भी पानी में घिरा नजर आया। हालत यह थी कि परिसर में एंबुलेंस समेत अन्य वाहन भी पानी में खड़े नजर आए। हालांकि अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि परिसर में चल रहे निर्माण कार्य के कारण ऐसी स्थिति बनी है। पानी के निकास वाले सभी नाले अवरूद्ध हो गए हैं। जगह-जगह मिट्टी के ढेर लगे हैं। उनके कारण रास्ते पर कींचड़ भर गए थे। सबसे चौकाने वाला ²श्य जीएनएम एवं पारा मेडिकल प्रशिक्षण संस्थान के नव निर्मित भवन में देखने को मिला। उसके मुख्य द्वार पर ही सीढ़ी के पास छत से लगातार पानी टपक रहा था। करोड़ों की लागत से हाल में यह भवन बनकर तैयार हुआ है। खास बात यह है कि इसी भवन में टीकाकरण केंद्र बनाया गया है। वहां पर लोगों को टपक रहे पानी के नीचे से आना-जाना पड़ रहा था। इतना ही नहीं, दूसरी मंजिल पर उस कक्ष की दीवार में भी नमी दिखी जहां 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाया जा रहा था। कुल मिलाकर यह स्थिति निर्माण कार्य की गुणवत्ता को दर्शा रहा था।