पांच दिनों की बारिश से क्षति का आकलन कर भेजें रिपोर्ट
पिछले पांच दिनों के अंदर हुई बारिश से फसल की क्षति के आकलन की समीक्षा वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की।
मोतिहारी । पिछले पांच दिनों के अंदर हुई बारिश से फसल की क्षति के आकलन की समीक्षा वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की। वीसी के माध्यम से वे नवादा, नालंदा, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज ,मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पटना, वैशाली, छपरा के जिलाधिकारियों से बात की। उन्होंने ने पिछले 5 दिनों में हुई वर्षापात, जलजमाव की स्थिति से संबंधित आवश्यक जानकारी ली। कहा कि भारी बारिश के कारण हुई क्षति का अगले तीन दिनों में सर्वे कर रिपोर्ट भेजें। जलजमाव से हुई फसल क्षति, सड़क क्षति आदि का आंकलन कर 3 दिनों में आपदा प्रबंधन विभाग को रिपोर्ट भेजना सुनिश्चित करें, ताकि 15 अक्टूबरतक संबंधित लाभुकों तक लाभ मुहैया कराई जा सके। इस अवसर पर जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक, अपर समाहर्ता आपदा अनिल कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता जल संसाधन विभाग आदि मौजूद थे। किसानों की समस्याओं को लेकर हुई बैठक
ई किसान भवन हरसिद्धि में कृषि विभाग के सभी कर्मियों के साथ प्रखंड किसान सलाहकार समिति के अध्यक्ष नागार्जुन कुशवाहा के साथ बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता किसान सलाहकार समिति की अध्यक्ष नागार्जुन कुशवाहा ने की। बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रखंड क्षेत्र में भारी वर्षा होने के कारण किसानों की फसल की क्षति अधिक हुई है, जिसकी भरपाई किसान नहीं कर सकते हैं। साथ ही किसानों की फसल क्षति से लेकर अन्य समस्याओं को राज्य सरकार तक पहुंचाना किसान सलाहकार समिति के अध्यक्ष का काम था। उन्होंने आवेदन देकर प्रखंड कृषि पदाधिकारी को बताया कि भारी वर्षा होने के कारण किसानों की धान की फसल गन्ने की फसल अन्य प्रकार की सब्जियां सभी नष्ट हो गई। इसकी सूचना सरकार तक पहुंचाई जाए, सरकार किसानों को मुआवजा के रूप में राशि दें। उन्होंने किसान सलाहकार समिति के बैनर तले किसानों की समस्याओं को हमेशा उठाते रहे हैं। इसके लिए किसानों द्वारा नागार्जुन कुशवाहा को धन्यवाद दिया गया। बैठक में कृषि विभाग के प्रखंड स्तर के अधिकारी एवं किसान सलाहकार समिति के कई सदस्य उपस्थित थे। नागार्जुन कुशवाहा ने खाद बीज के साथ किसानों के होने वाली सभी समस्याओं को कृषि विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया।