वोटरों को धमकाने वालों को चिह्नित कर होगी कार्रवाई : डीएम
लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अब तक के कार्यो की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी रमण कुमार ने कहा कि इसके लिए पूरा सिस्टम एक साथ काम कर रहा है।
मोतिहारी। लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अब तक के कार्यो की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी रमण कुमार ने कहा कि इसके लिए पूरा सिस्टम एक साथ काम कर रहा है। तैयारियों को लेकर 23 कोषांगों का गठन कर कार्य किया जा रहा है। जिले के 3269 मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन कार्य पूरा कर लिया गया है। प्रत्येक मतदान केंद्रों पर आवश्यक सुविधाओं में शौचालय, छाया, रैंप, बिजली, पेयजल, बैठने की व्यवस्था आदि की पड़ताल की गई है। सभी मतदान केंद्रों पर 31 जनवरी तक सुविधाओं को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। मतदान केंद्रों के लिए 360 सेक्टर का गठन किया गया है। सेक्टर पदाधिकारी मतदान केंद्रों पर सुविधाओं की पड़ताल करने के वैसे गांव, टोले, समूह यह व्यक्ति को चिन्हित करेंगे जो वोटरों को धमका सकते हैं। उनके खिलाफ रिपोर्ट मिलने के साथ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सीसीए एक्ट के तहत आदतन असमाजिक तत्वों को खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आवश्यकता के अनुसार थाना या जिला बदर भी किया जाएगा। मतदाता सूची का प्रकाशन 31 जनवरी को किया जाएगा। अब तक 50060 नए वोटरों को बनाने के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं। अधिकतर आवेदनों का निष्पादन कर लिया गया है। नाम 31 जनवरी के बाद भी जोड़े जाएंगे। जिले में 28511 पीडब्ल्यूडी वोटर चिह्नित किए गए हैं। अब उनकी कैटगरी बनाई जा रही है, ताकि उन्हें आवश्यकता के अनुरूप मतदान केंद्रों पर सुविधा दी जाए। अगर इस श्रेणी के वैसे मतदाता जो मतदान केंद्रों तक नहीं आ सकते उन्हें सरकारी स्तर पर वाहन की व्यवस्था की जाएगी। मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद एक बार फिर देखा जाएगा कि किस मतदान केंद्रों पर कितने मतदाता हैं। 1400 से अधिक मतदाता होने की स्थिति में सहायक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। कहा कि मतदान के लिए राज्य सरकार के 21200 कर्मियों का डाटाबेस तैयार कर लिया गया है। वहीं 3 हजार केंद्रीय कर्मियों को भी चुनाव कार्य में लगाया जाएगा। प्रशिक्षण का कार्यक्रम प्रारंभ हो चुका है। इस बार भी बज्र गृह मुंशी ¨सह कॉलेज को बनाया गया है। इसके लिए स्थल का निरीक्षण कार्य कर लिया गया है। इस चुनाव में ईवीएम के साथ वीवीपैट का उपयोग होना है। जिले में आवश्यकता के अनुरूप ईवीएम व वीवीपैट उपलब्ध है। इसकी प्रथम चरण की जांच कर ली गई है। समाहरणालय परिसर में ईवीएम व बरियारपुर स्थित मियां लाइब्रेरी में वीवीपैट रखा गया है। दोनों जगहों पर सुरक्षा के लिए जवानों की तैनाती की गई है। रैलियों के लिए स्थल की होगी जांच चुनाव के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा रैली का आयोजन किया जाता है। इस कारण वैसे सभी स्थल जहां कार्यक्रम संभावित होगा उसकी मै¨पग कराई जा रही है। यहां हेलीकॉप्टर लै¨डग आदि की पड़ताल की जा रही है। कहा गया इससे चुनाव के वक्त रैली के आदेश मांगने पर प्रशासनिक स्तर पर जल्द आदेश दिया जा सके। प्रत्याशियों की खर्च पर रहेगी नजर लोस चुनाव में प्रत्याशियों के खर्च की सीमा 70 लाख रुपये तय की गई है। प्रत्याशी इसके अलावा भी खर्च करते है। इनके खर्च पर पूरी नजर रखी जाएगी। इसके लिए उड़नदस्ता टीम का गठन किया गया है। इसके लिए स्टैटिक सर्विलांस टीम भी काम करेगी। वीडियो सर्विलांस टीम आयोजन स्थल की वीडियोग्राफी करेगी। लेखा टीम को खर्च का आकलन कर आवश्यक कार्रवाई करेगी। वाहनों के प्रयोग के वक्त होगा 80 फीसद भुगतान मतदान के लिए वाहनों की भारी संख्या में जरूरत होगी। जिले में पर्याप्त वाहन उपलब्ध हैं। चुनाव आयोग ने वाहनों के उपयोग के वक्त 80 फीसद राशि का भुगतान किया जाएगा। वहीं गाड़ी छोड़ने की स्थिति में 20 फीसद बकाया का भी भुगतान किया जाएगा। मतदाताओं को जागरूक करने का चलेगा अभियान मतदान केंद्रों पर जाकर लोग मतदान करें इसको लेकर चंपारण का प्रण नाम से अभियान शुरू किया गया है। स्वीप के ब्रांड एंबेस्डर के रूप में केबीसी विजेता सुशील कुमार को 25 जनवरी से सेवा ली जाएगी। इसके अलावा हर स्तर पर यह बताने का प्रयास किया जाएगा कि मतदान के मौका को कोई भी नहीं गंवाए सरकारी कर्मी व सेना में काम करने वालों के लिए नई व्यवस्था प्रारंभ की गई है। ईटीवीएस तकनीक के माध्यम से इस प्रकार के वोटरों के पास बैलेट भेजे जाएंगे। मतदान के बाद वे वहां से वापस डाक से भेजेंगे। सरकारी कर्मी को भी निश्चित रूप से मतदान करने को कहा गया है।