एबीवीपी ने चलाया हस्ताक्षर अभियान, प्राचार्य को सौंपा मांग पत्र
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा मुंशी ¨सह महाविद्यालय में एमबीए, एमसीए एवं बीएड की पढ़ाई शीघ्र चालू करवाने को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है।
मोतिहारी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा मुंशी ¨सह महाविद्यालय में एमबीए, एमसीए एवं बीएड की पढ़ाई शीघ्र चालू करवाने को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में शनिवार को प्राचार्य डॉ. ओमप्रकाश ¨सह को मांग से संबंधित आवेदन भी सौंपा गया। एबीवीपी के जिला संयोजक राजन ¨सह ने बताया कि विद्यार्थी परिषद हमेशा छात्रहित के लिए अग्रसर रहती है। हम इसके लिए आवाज भी बुलंद करते हैं।
विद्यार्थी परिषद मोतिहारी के नगर मंत्री रविकांत पांडेय ने बताया कि इस कॉलेज में एमबीए, एमसीए, बीएड कोर्स न होने से विद्यार्थियों को काफी परेशानी होती है। इसके लिए शहर से बाहर जाना पड़ता है। इस वजह से बहुत से छात्र चाह कर भी आगे पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। विद्यार्थी परिषद हमेशा छात्रों की समस्याओं को उठाती है। साथ ही उसे जल्द से जल्द पूरा कराने का प्रयास भी किया जाता है।
कॉलेज इकाई अध्यक्ष रिषु राज ने बताया कि हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से कॉलेज में इन विषयों की पढ़ाई के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है।
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रियेश गौतम ने बताया कि इसकी पढ़ाई कॉलेज में शुरू होने जाने से छात्रों को बहुत लाभ मिलेगा। कॉलेज इकाई मंत्री निखिल रंजन ने बताया कि इस अभियान के दौरान कॉलेज परिसर में छात्र-छात्राओं के बीच अच्छा संदेश जा रहा है। वहीं, कॉलेज इकाई उपाध्यक्ष ज्ञानदीप गिरी, ओंकार प्रसाद, कोष प्रमुख अश्विनी तिवारी, मीडिया प्रमुख उज्जवल पांडेय ने कहा कि कॉलेज में इन विषयों की व्यवस्था नहीं होने के कारण छात्र दूसरे विश्वविद्यालय या राज्यों में जाकर पढ़ाई करने पर मजबूर हो जाते हैं। इसको लेकर आने वाले खर्च को वहन करना सभी विद्यार्थियों के लिए संभव नहीं है। इसकी पढ़ाई प्रारंभ हो जाती है तो चंपारण के छात्रों के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। जब तक इसकी व्यवस्था नहीं हो जाती है, विद्यार्थी परिषद इसके लिए संघर्ष करती रहेगी। मौके पर विवेक तिवारी, विकास भारद्वाज, दिव्यांशु मिश्रा सहित छात्र संघ पदाधिकारी मौजूद थे।
वहीं, छात्र संघ अध्यक्ष मुकेश कुमार, महासचिव आशीष रंजन एवं मुन्ना कुमार द्वारा प्राचार्य को मांग पत्र सौंपकर इसे जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की गई।
प्राचार्य ने बताया कि ये सभी छात्रहित की मांग है। इसके कॉलेज प्रशासन द्वारा सकारात्मक कदम उठाया जाएगा।