प्रखंड के 87,511 बच्चों को दो सत्रों में दी जाएगी दवा
रक्सौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शरतचंद्र शर्मा की अध्यक्षता में स्वास्थ्यकर्मियों की बैठक हुई।
मोतिहारी । रक्सौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शरतचंद्र शर्मा की अध्यक्षता में स्वास्थ्यकर्मियों की बैठक हुई। जिसमें 15 जनवरी से शुरू हो रहे एमआर टीकाकरण अभियान को लेकर जानकारी दी गई। इस दौरान एएनएम को प्रभारी डॉ. शर्मा ने टीकाकरण के समय ध्यान देने योग्य बातों के विषय में विस्तृत रूप से बताया। उन्होंने बताया कि शुरू हो रहे अभियान के तहत प्रखंड क्षेत्र के 09 माह से 15 वर्ष तक के 87,511 बच्चों को दवा देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए प्रखंड क्षेत्र के सभी विद्यालयों में 288 सत्र और आंगनबाड़ी आदि जगहों पर 290 सत्र के अंतर्गत दवा दिया जाएगा। जो 15 जनवरी से शुरू होकर 18 मार्च तक चलेगा। इसके लिए 95 प्रतिशत बच्चों को दवा देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बता दें कि मिजिल्स व रूबेला बहुत ही खतरनाक बीमारी है। गर्भवती महिलाओं को हो जाने पर बच्चा जन्म से ही अंधा, मोतिया¨बद या फिर शरीर के किसी अंग से टेढ़ा जन्म लेता है। गर्भवती महिलाओं साथ-साथ अन्य लोगों में भी इसका असर होता है। यह बड़े या बच्चे किसी को भी हो सकता है। वायरल रोग होने के कारण कोई विशेष उपचार नहीं है। लक्षणों के आधार पर दवा दिया जाता है। लेकिन, अब सरकार इसकी रोकथाम के लिए टीका उपलब्ध करा रही है। जिससे की बचाव हो सकता है। शुरू में यह चेचक की तरह ही दिखता है। लेकिन, पहचान व उपचार नहीं होने के कारण रूबेला हो जाता है। यह कई प्रकार का होता है। जिसमें कंजेनाइटल रूबेला ¨सड्रोम के कारण बच्चे के कान, आंख, और हृदय पर असर पड़ता है। इसके साथ ही आटिज्म, मधुमेह व थायरॉड जैसे रोग भी होता है। इस बीमारी की रोकथाम के लिए सरकार ने इसे टीकाकरण अभियान में शामिल किया है। मौके पर डॉ. एसके ¨सह, रामकली देवी, शोभा कुमारी, विनीती कुमारी, नीलम कुमारी, पुनम कुमारी आदि मौजूद थी।