मेदिनीपुर में फंसे मोतिहारी के 200 मजदूर, स्वजन बेहाल
मोतिहारी। कोरोना बीमारी के चलते लागू लॉकडाउन के कारण पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर सीमेंट प्लांट मे यहां के करीब 200 मजदूर वहीं पर फंस गये हैं।
मोतिहारी। कोरोना बीमारी के चलते लागू लॉकडाउन के कारण पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर सीमेंट प्लांट मे यहां के करीब 200 मजदूर वहीं पर फंस गये हैं। वहां उन्हें न भरपेट भोजन मिल पा रहा है और न घर आने का कोई साधन। लाचार मजदूरों ने वीडियो जारी कर सरकार से इस संकट से उबारने की गुहार लगाई है। इधर, उनके परिजन भी काफी बेहाल हैं। वीडियो में दर्जनों मजदूर बदहाल नजर आ रहे हैं। मजदूर युवकों का कहना है कि वे लोग पूर्वी चम्पारण जिले के राजेपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत तेतरिया प्रखंड के रहनेवाले हैं। यहां सीमेंट प्लांट में वे फंसे हुए हैं। लॉकडाउन के कारण प्रशासन उन्हें बाहर नहीं निकलने दे रहा है। काम धंधा भी बंद हो गया है। अस्थायी आवास में राशन भी खत्म हो गया है। भुखमरी की हालत है। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से आग्रह है कि वे शीघ्र इस दिशा में कुछ इंतजाम करें। जानकारी के अनुसार तेतरिया प्रखंड के सेमराहां, गोसाईपुर, उझिलपुर, बहुआरा,मधुआहा, लहलादपुर आदि गांव के मजदूर सीमेंट फैक्ट्री में काम करने के लिए पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सलबुनी थाना अंतर्गत किलपचुरिया गांव स्थित डालमिया भारत लिमिटेड बंगाल सिमेंट वर्क्स प्लांट सिल्ट कंपनी में फंसे हैं। इन लोगों में विकास कुमार, गोसाईपुर के विजय कुमार, रामबाबू कुमार, सेमराहा के अशोक राम, रंजीत कुमार, अनिल कुमार, नागेंद्र साहनी, मुन्ना कुमार, संजय, टुनटुन यादव आदि शामिल हैं। राजद किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुबोध यादव ने कहा है कि मधुआहा के विकास कुमार, लहलादपुर के मोहम्मद इरशाद, रोजा, अस्सलाम, सलमान, सुनील कुमार आदि मजदूर घिरे होने की सूचना उन्हें भी मिली है। उन्होंने सरकार से पीड़ितों को तत्काल भोजन मुहैया कराने की मांग की है।