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खेती छोड़ किसान बन रहे मजदूर, दूसरे प्रदेशों को कर रहे पलायन

दरभंगा। आजादी के सात दशक बाद भी देउरा बंधौली पंचायत के नागरिक मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। पंचायत के लोग कृषि पर आधारित हैं लेकिन बाढ़ सुखाड़ की मार झेलते झेलते किसान अब मजदूर बन गए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 03 Oct 2019 12:38 AM (IST)Updated: Thu, 03 Oct 2019 12:38 AM (IST)
खेती छोड़ किसान बन रहे मजदूर, दूसरे प्रदेशों को कर रहे पलायन
खेती छोड़ किसान बन रहे मजदूर, दूसरे प्रदेशों को कर रहे पलायन

दरभंगा। आजादी के सात दशक बाद भी देउरा बंधौली पंचायत के नागरिक मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। पंचायत के लोग कृषि पर आधारित हैं, लेकिन बाढ़, सुखाड़ की मार झेलते झेलते किसान अब मजदूर बन गए। खेती-किसानी को घाटा का सौदा बनता देख युवाओं ने इससे मुंह मोड़ रोजगार के लिए दूसरे प्रदेशों में पलायन करने लगे हैं। अधिकांश परिवारों के बेटे परदेशी बन चुके हैं और उनके आय से ही परिवार का भरण-पोषण होता है। स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, संचार व रोजगार जैसी सुविधाओं से आज भी पंचायत के अधिकांश लोग वंचित हैं। आज भी पंचायत के लोग स्वच्छ भारत मिशन का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। महिलाएं सड़क व खेतों में शौच को जाने को मजबूर हैं। दैनिक जागरण के कार्यक्रम गांव की पाती में धमाद गांव में लगी चौपाल में लोगों ने खुल कर अपनी समस्याओं को रख। ग्रामीणों ने बताया कि उनका हाल बुरा है। आबादी बढ़ने के साथ ही आवासीय जमीन बंटकर टुकड़ों में विभक्त हो गया है। आवासीय भूमि कम पड़ने पर सड़क व सरकारी भूमि का अतिक्रमण कर लोगों ने आवास बना लिए। गलियों की चौड़ाई कम हो गई है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ अधिसंख्य वृद्धजनों को आज भी नहीं मिल पा रहा है। मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत गली-नली योजना का कार्य तेजल से नहीं चलने के कारण मामूली बरसात में सड़क कीचड़मय हो जाता है। घरों के नाली का पानी सड़कों पर गिरने से स्वच्छता कोसों दूर है। कार्यक्रम में गुड्डू चौपाल, फकीरा राम, राम सोगारथ यादव, अजय कुमार राम, सुदामा देवी, सीता देवी, जसिया देवी, रामसेवक साह समेत सैकड़ों लोगों ने पंचायत के विभिन्न मुद्दों पर अपने अनुभव व विचार व्यक्त किए।

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ग्रामीणों ने कही अपनी बात : पंचायत में विकास योजनाओं का कार्य संतोषजनक है, लेकिन वार्ड आठ व नौ के सीमांकन का अता-पता नहीं है। इनके यहां आंगनवाड़ी केंद्र नहीं रहने से बच्चों को प्राथमिक शिक्षा नहीं मिल पा रही है।

- नंद किशोर महतो, ग्रामीण

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रोजगार की कमी के कारण विदेश में रहकर राष्ट्र को आíथक समृद्ध कर विदेशी मुद्रा देश को दे रहे हैं। यहां काम नहीं मिलने पर सऊदी अरब अमीरात गए जहां टेक्नीशियन का काम कर रहे हैं। क्षेत्र व देश मे रोजगार की कमी के कारण अपने मुहल्ला के दर्जन से अधिक युवाओं को सऊदी में रोजगार दिलाया है।

- मो. तौसिफ

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किसानों के खेतों में गड़ा बिजली का पोल व तार दिखावा है। किसान बिजली कनेक्शन के लिए विभाग का दौर लगाते थक गए, लेकिन बिजली का कनेक्शन नहीं मिला। जिनको कनेक्शन मिला भी उन्हें बिजली नदारद है। गरीबों, भूमिहीनों के लिए शौचालय निर्माण किया जाना चाहिए।

- संतोष कुमार साह, ग्रामीण

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मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना का क्रियान्वयन तेजी से हो रहा है। पंचायत के सभी 16 वार्डों में नल-जल योजना का कार्य प्रगति पर है। पंचायत में नली-गली योजना कार्य का आवंटन राशि कम रहने के कारण कार्य मे थोड़ी शिथिलता आई है। बिजली आपूíत कम रहने के लिए विभागीय लापरवाही जिम्मेवार है।

- ममता देवी, मुखिया

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