मौसी ने किया कुबूल, हां मैंने 11साल की मासूम भांजी को पीटकर मार डाला
दरभंगा में एक मौसी ने अपनी ही भांजी को पीट-पीटकर मार डाला था। उसने अब पुलिस के सामने कुबूल किया है कि उसने ही अपनी भांजी की हत्या की थी।
दरभंगा [जेएनएन]। सिंहवाड़ा दक्षिणी पंचायत के मिर्जापुर जगनी टोला में 11 वर्षीय बच्ची आयशा खानम उर्फ शायरा की हत्या मामले में फरार चल रही नाजो खातून ने बुधवार को न्यायालय में समर्पण कर दिया।
सिंहवाड़ा थानाध्यक्ष शशिकांत सिंहा ने बताया कि नाजो व उसके बेटे रिजवान खान के खिलाफ कुर्की जब्ती का आदेश कोर्ट ने निर्गत किया था। दोनों की तलाश में जगह-जगह छापेमारी चल रही थी। बता दें कि आयशा केवटी प्रखंड स्थित रैयाम थाना के नवटोलिया निवासी मो. कलीमुद्दीन की पुत्री थी।
वह रामपुरा अपने ननिहाल में तीन माह से रह रही थी। आयशा की ईंट पत्थर से पीट कर हुई हत्या के बाद उसके मामा मोहम्मद जामी खॉं ने ¨सहवाड़ा थाना में कांड संख्या 104/16 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी के अनुसार एफआइआर के सूचक मो. जामी की बहन नुसरत जहां की शादी गांव ही में रिजवान से हुई थी।
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शादी के बाद से ही ससुराल वाले नुसरत से मारपीट करते थे। इसे लेकर गांव में पंचायत हुई थी। इसमें तय हुआ था की नुसरत अपने ससुराल के मकान में रहेगी। नुसरत का खाना मायके से माता-पिता भेजते थे। घटना की रात खाना लेकर मौसी के घर जब सायरा पहुंची तो देखा कि नुसरत को उसके पति पीट रहे हैं।
मृतक बच्ची विरोध करने लगी तो आरोपी नाजो खातून व रिजवान खान ने उसे ईंट पत्थर से पीट पीटकर मार डाला था। एसएसपी ने अपने पर्यवेक्षण आदेश में दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर कुर्की जब्ती का आदेश दिया था। उधर, पुलिस का कहना है रिजवान की गिरफ्तारी शीघ्र नहीं हुई तो उसके घर की कुर्की होगी।
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