संग्रहण की समुचित व्यवस्था नहीं होने से सड़क पर ही फेंक देते कचरा
नगर निगम क्षेत्र में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण की समुचित व्यवस्था नहीं होने से शहरवासी सड़क पर ही कचरा फेंकने के लिए विवश है।
दरभंगा । नगर निगम क्षेत्र में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण की समुचित व्यवस्था नहीं होने से शहरवासी सड़क पर ही कचरा फेंकने के लिए विवश है। इस वजह से मुख्य मार्ग से लेकर मोहल्ले की सड़कों पर गंदगी का अंबार लगा रहता है। मोहल्ले की सड़कों से भी प्रतिदिन कचरा का उठाव नहीं होने से लोग गंदगी के बीच नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर है। कहने को तो निगम प्रशासन की ओर से डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण की योजना चल रही है। प्रत्येक वार्ड में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण के लिए चार-चार सफाई कर्मी को लगाया गया है। इन सफाई कर्मियों का भुगतान भी इस योजना की राशि से होता है। हालांकि, यह योजना कागज पर ही चल रही है। डोर-टू-डोर की जगह इन सफाईकर्मियों को वार्ड की सफाई कार्य में लगा दिया जाता है। कई जगह तो निगम के कर्मी कचरा को एक जगह पर जमा कर देते हैं। जमा कचरा का उठाव नहीं होने से बदबू आने लगती है जिससे लोगों को परेशानी होती है। निगम क्षेत्र में डस्टबीन भी कहीं-कहीं ही रखा गया है। इसी तरह निगम क्षेत्र के प्रत्येक घर में सूखा व गीला कचरा के लिए दो डस्टबीन देने की योजना भी संचिकाओं में ही सिमट कर रह गई। शहर की सफाई व्यवस्था की पोल केंद्र सरकार की ओर से जारी स्वच्छता रैंकिग में खुल गई है। राष्ट्रीय स्तर की रैंकिग में दरभंगा 25 स्थान लुढ़ककर 407 वें नंबर पर पहुंच गया है। साफ-सफाई के संबंध में रहमगंज निवासी अतुल कुमार कहते हैं कि घर से कचरा संग्रहण की कोई व्यवस्था ही नहीं है। इस वजह से सड़क पर ही कचरा फेंकना पड़ता है। वहीं, मदारपुर निवासी मनोज कुमार बब्लू कहते हैं कि पहले तो सफाई कर्मी सीटी बजाते हुए आते थे। उनकी सीटी की आवाज सुनकर लोग कचरा उनकी गाड़ी पर फेंकते थे। वर्तमान में तो यह भी बंद हो गया।