गंगा को स्वच्छ बनाने की लें प्रतिज्ञा
गंगा सभ्यता के विकास के साथ ही प्रदूषण का शिकार हुई है। इसे प्रदूषण मुक्त बनाने की आवश्यकता है।
दरभंगा। गंगा सभ्यता के विकास के साथ ही प्रदूषण का शिकार हुई है। इसे प्रदूषण मुक्त बनाने की आवश्यकता है। गंगा व उसकी सहायक नदियों में पॉलीथीन, प्लास्टिक आदि कूड़े-कचरे न डालें। ये बातें गुरूवार को अंबेदकर सभागार में गंगा दशहरा पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर ¨सह ने कहीं। उन्होंने कहा कि ज्येष्ठ शुक्ल दशमी के दिन ही मुनि भगीरथ के घोर तप से गंगा धरती पर अवतरित हुई थी। इस दिन को पौराणिक मान्यता के अनुसार गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है। भारत सरकार द्वारा मई 2015 में नमामि गंगे परियोजना की शुरुआत गंगा को स्वच्छ व प्रदूषण मुक्त बनाने के उद्देश्य से की गई। इस कड़ी में जन-जन को जागरूक करने के लिए सरकारी स्तर पर गंगा दशहरा का आयोजन पूरे देश में किया जा रहा है। दरभंगा जिला की भी कई सहायक नदियों गंगा में मिलती है। जिसे आज स्वच्छ बनाने की जरुरत है। कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को इसे जन-जन तक प्रसारित करने की बात कहीं। इस अवसर पर भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें गंगा यादव को प्रथम, आकांक्षा कुमारी को द्वितीय तथा गुलनाज प्रवीण को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। बच्चों को जिलाधिकारी ने सम्मानित भी किया। मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता नारायण जी झा, बाथो रढि़यारी के मुखिया ब्रजकिशोर यादव, मो. वसीम अहमद, निदेशक डीआरडीए, प्रो. जयशंकर झा, सहायक समाहत्र्ता विवेक रंजन मैत्रेय आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन वरीय उप समाहर्ता रवीन्द्र कुमार दिवाकर ने किया। इससे पूर्व जिलाधिकारी ने समाहरणालय परिसर में दस छतवन का पौधरोपण भी किया।