अपराधियों की फायरिंग से नहीं डरे ग्रामीण, पकड़कर सेल्फी ली ...फिर किया ये हाल
अपराधियों का गैंग फायरिंग करने लगा, लेकिन ग्रामीण भयभीत नहीं हुए। उन्होंने जान की बाजी लगाकर उनमें से एक को पकड़ लिया। पूरी जानकारी के लिए पढ़ें यह खबर।
दरभंगा [जेएनएन]। कुशेश्वरस्थान थाने क्षेत्र के छोटकी कोनिया गांव में आपराधिक घटना को अंजाम देने आए घुड़सवार अपराधियों में एक को ग्रामीणों ने घेरकर दबोच लिया। हालांकि, दो अपराधी फायरिंग करते भाग निकले। इस दौरान पकड़ गए अपराधी ने ग्रामीणों पर पिस्टल तान दी थी, लेकिन ग्रामीण डरे नहीं। उन्होंने पिस्टल ताने उसकी तस्वीर खींची तथा आत्मसमर्पण करने को कहा। फिर पकड़कर उसके साथ सेल्फी ली, जमकर धुना, रस्सी से बांधकर घुमाया तथा पुलिस के हवाले कर दिया।
गांव वालों से अपराधियों को घेरा
जानकारी के अनुसार कुशेश्वरस्थान के छोटकी कोनिया गांव में अपराधी जुटे थे। वे छोटकी कोनिया गांव निवासी दिलीप यादव के यहां पहुंचे। वहां मौज-मस्ती करने के बाद वे बीच गांव में पहुंचकर फायरिंग करने लगे। इसके बाद गांव के लोगों ने हिम्मत से काम लिया। बच्चे, वृद्ध, महिलाओं व युवकों ने अपराधियों को चारों ओर से घेर लिया।
परेशान अपराधी ने किया सरेंडर
इसके बाद घुड़सवार अपराधी फायरिंग करते भाग निकले। लेकिन, ग्रामीणों ने एक अपराधी विजय यादव को घेर लिया। इसके बाद उसने अपनी जान बचाने के लिए ग्रामीणों पर पिस्टल तान दी। पर, ग्रामीण डरे नहीं। उलटे उन्होंने अपराधी को सरेंडर करने या अंजाम भुगतने की चेतावनी दी। कुछ ग्रामीणों ने पिस्टल के साथ उसकी तस्वीर खींच ली। ग्रामीणों के एेसा करने से अपराधी परेशान हो गया। उसने सरेंडर कर दिया।
गांव वालों ने पीटर, सेल्फी भी ली
इसके बाद ग्रामीण सियाराम मुखिया, नरेश मुखिया, संजय मुखिया व रामउदगार मुखिया ने उसे पकड़कर जमकर धुनाई की। तब तक सैकड़ों की संख्या में गांव के लोगों ने उसे रस्सी से बांध कर कब्जे में ले लिया। उसके पास से एक देसी पिस्टल व 25 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। गांव वालों ने उसे पीटते हुए गांव में घुमाया तथा पुलिस के हवाले कर दिया। इसके पहले ग्रामीणों ने पिस्टल ताने अपराधी के साथ सेल्फी भी ली।
पकड़ा गया अपराधी विजय यादव झाझा गांव का निवासी है। उसके साथ रहे भागने वाले दो अपराधी विजय यादव के ही गांव के मगनू सदा और गणेश सदा हैं।
विलंब से पहुंची पुलिस
अपराधी को दबोचने के दिन के एक बजे पुलिस को घटना की जानकारी दी। लेकिन, पुलिस को सात किमी की दूरी तय करने में चार घंटे से अधिक लग गए। पुलिस शाम के पांच बजे गांव पहुंची। इसके बाद ग्रामीणों ने अपराधी को पुलिस के हवाले किया।