Move to Jagran APP

शोभायात्रा के साथ तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व शुरू

दरभंगा । तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह का विधिवत रविवार को नगर विधायक संजय सरावगी ने किया। उन्होंने कहा कि मैथिली अष्टम अनुसूची में शामिल होने वाली बिहार की एकमात्र भाषा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Nov 2019 11:51 PM (IST)Updated: Mon, 11 Nov 2019 06:32 AM (IST)
शोभायात्रा के साथ तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व शुरू
शोभायात्रा के साथ तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व शुरू

दरभंगा । तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह का विधिवत रविवार को नगर विधायक संजय सरावगी ने किया। उन्होंने कहा कि मैथिली अष्टम अनुसूची में शामिल होने वाली बिहार की एकमात्र भाषा है। उन्होंने बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में मैथिली की पढ़ाई शुरू करने की बात कही। कहा कि मैथिली के प्रति हर मिथिलावासी को जागरूक होने पड़ेगा। भाषा को समृद्ध बनाने के लिए आगे आना होगा। कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. देवनारायण झा ने मैथिली को सबसे पुरानी समृद्ध भाषा और मिथिला को पुरातन क्षेत्र बताया। कहा कि झारखंड में मैथिली दूसरी राजभाषा के रूप में कायम हो चुकी है, लेकिन बिहार में अभी तक इसके लिए पहल नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। डॉ. उपेंद्र झा ने सत्ताधारी दल के विधायकों से कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर मैथिली को बिहार की पहली राजभाषा बनाने में मदद करें। पूर्व विधान पार्षद डॉ. विनोद कुमार चौधरी ने कहा कि बिहार और केंद्र की सरकार मिथिला के हुनर को निखारने एवं इससे संबंधित लघु उद्योग को बढ़ावा देने की दिशा में तत्पर है। उद्घाटन के बाद विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को मिथिला विभूति सम्मान से सम्मानित किया गया। इससे पूर्व संस्थान के महासचिव डॉ.बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने अतिथियों का स्वागत किया। इससे पूर्व महाकवि विद्यापति की प्रतिमा पर पद्मश्री डॉ. सीपी ठाकुर के माल्यार्पण के बाद निकाली गई ऐतिहासिक शोभायात्रा के साथ रविवार को तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह की विधिवत शुरूआत हुई। मैथिली लोक गीतों व मिथिला की गौरवशाली इतिहास को दर्शाती मनोरम झांकियों के साथ निकली इस शोभायात्रा में शामिल आम शहरी, मिथिलाकर साक्षरता अभियान के अभियानी कदम से कदम मिलाकर अपनी गौरवशाली परंपरा एवं धरोहर लिपि को संरक्षित करने एवं इसे व्यवहार में लाने सहित पृथक मिथिला राज्य के गठन की मांग कर रहे थे। शोभायात्रा प्रभारी विनोद कुमार झा एवं प्रो. विजय कांत झा ने कहा कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य मिथिला-मैथिली की गौरवशाली परंपरा एवं धरोहर से आमजन को अवगत कराना है। विभिन्न टुकड़ियों में निकली शोभायात्रा शहर के विभिन्न मोहल्लों एवं चौक चौराहों से होते हुए विद्यापति चौक पर एकत्रित हुई। इस दौरान महान विभूति पंडित सुरेंद्र झा सुमन, पूर्व सांसद भोगेंद्र झा, महाराज महेश ठाकुर, महाराज रमेश्वर सिंह, ललित नारायण मिश्र, डॉ. भीमराव अंबेडकर, महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह, महाराज कामेश्वर सिंह एवं बाबा नागार्जुन आदि की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए मां श्यामा काली की पूजा-अर्चना करने मंदिर पहुंची। विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव वैद्यनाथ चौधरी बैजू के नेतृत्व में निकाली गई शोभा यात्रा में नगर विधायक संजय सरावगी, पूर्व विधान पार्षद डॉ. विनोद कुमार चौधरी, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. देवनारायण झा, कमलाकांत झा, डॉ. कामेश्वर झा, एमएलएसएम कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. विद्यानाथ झा, डॉ. अनिल कुमार झा, हीरा कुमार झा, पंडित विष्णु देव झा विकल, आदित्य नारायण चौधरी आदि मौजूद थे।

loksabha election banner

गणेश वंदना के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का हुआ आगाज : सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत नटराज डांस एकेडमी के मोहित खंडेलवाल ने गणेश वंदना पर आधारित नृत्य से की। विद्यापति रचित गोसाउनि गीत जय जय भैरवी.. पर सृष्टि कला केंद्र से जुड़ी ओडीसी नृत्यांगना प्रियांशी मिश्रा ने नृत्य किया। ममता ठाकुर ने मंगलाचरण की प्रस्तुति दी। अतिथियों का स्वागत अनुपमा मिश्रा ने पारंपरिक स्वागत गीत से किया। कार्यक्रम में सुषमा झा, केदारनाथ कुमर, दीपक कुमार झा, प्रतिभा कुमारी आदि ने भी अपनी प्रस्तुति दी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.