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गेहूंमा नदी के पानी से दो दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में

गेहूंमा नदी में आई बाढ़ से किरतपुर के कई गांवों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो गया है। करीब दो दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Jul 2019 01:15 AM (IST)Updated: Thu, 25 Jul 2019 06:30 AM (IST)
गेहूंमा नदी के पानी से दो दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में
गेहूंमा नदी के पानी से दो दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में

दरभंगा । गेहूंमा नदी में आई बाढ़ से किरतपुर के कई गांवों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो गया है। करीब दो दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इन गांवों का एक-दूसरे से सड़क संपर्क बाधित है। कई सड़कों पर 4 से 5 फुट तक पानी बह रहा है। जबकि स्कूलों में पानी घुसने से बच्चों का पठन-पाठन बाधित है। किरतपुर प्रखंड के अधिकांश गांव कोसी पश्चिमी तथा कमला-बलान पूर्वी तटबंध के बीच बसे हैं। बीच होकर गेहूंमा नदी बहती है। जलस्तर में वृद्धि होते ही दोनों तटबंध के बीच बसे गांव टापू में तब्दील हो जाते हैं। किरतपुर-रसियारी, सिमरी-झगरूआ, कुबौल-तरवाड़ा आदि सड़क पर 5 फुट पानी बह रहा है। खैंसा, मुसहरिया, राधिकापुर, रघुनाथपुर आदि गांव के सैकड़ों विस्थापित परिवार ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को विवश हैं। प्रभावित गांवों में अफरा-तफरी मची है। लोग माल-मवेशी, परिजन सहित ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए कस्तुरबा विद्यालय को बंद कर दिया गया है। प्लस टू उच्च विद्यालय तरबारा में पानी घुस गया है। सीओ पंकज कुमार ने बताया कि बाढ़ से विस्थापित परिवारों को 31 सामुदायिक रसोई के माध्यम से खाना दिया जा रहा है। 31 सरकारी तथा निजी नावों का परिचालन किया जा रहा है।

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