ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगेगा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
दरभंगा। ऐसा नहीं है कि केवल शहर के लोग प्रदूषित जल का सेवन कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी जो जल आपूर्ति की जा रही है वह बैक्टीरिया जनित है।
दरभंगा। ऐसा नहीं है कि केवल शहर के लोग प्रदूषित जल का सेवन कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी जो जल आपूर्ति की जा रही है वह बैक्टीरिया जनित है। दूषित पानी पीने से लोग बीमार पड़ रहे हैं। कई गांव ऐसे हैं, जहां कैंसर का भी प्रकोप बढ़ गया है। ऐसे गांवों में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर लोगों को जलापूर्ति की जाएगी। शनिवार को जिला परिषद लोक स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति की राम कुमार झा बबलू की अध्यक्षता में हुई बैठक में आम लोगों के स्वास्थ्य, पेयजल एवं स्वच्छता से संबंधित कई प्रस्ताव पारित किए गए। बैठक का संचालन करते हुए लोक स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता केशव लाल ने कहा कि विभागीय स्तर पर गाड़े गए चापाकल में चबुतरा निर्माण एवं खराब चापाकलों की मरम्मत की जा रही है। जिला परिषद की जांच समिति ने इस संबंध में जिस सूची की अनुशंसा की थी, उसे भी क्रियान्वित किया जा रहा है। नल से जल कार्य की समीक्षा में चर्चा के दौरान सामने आया कि विभाग द्वारा संचालित कार्यो को ससमय गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा नहीं किया जा रहा है। बेनीपुर में नल-जल योजना का जिला परिषद अध्यक्ष ने निरीक्षण किया था। इसका जांच प्रतिवेदन अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। जिला परिषद अध्यक्ष गीता देवी एवं उपाध्यक्ष ललिता झा ने भी स्वास्थ्य के कई मामलों को उठाया। उन्होंने कहा कि बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल में स्वीकृत नर्स, चिकित्सक, लिपिक, लेखापाल के पदों पर अभी तक पदस्थापन नहीं हुआ है। इसके लिए राज्य सरकार से पत्राचार कर चहारदिवारी का भी निर्माण कराया जाए। बिरौल अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। जिला स्वास्थ्य समिति ने हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर को चालू करने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन अभी तक इस पर कोई काम नहीं किया गया है। घनश्यामपुर के गलमा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन निर्माण, नवादा बलनी, हावीभौआर, बेनीपुर में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन निर्माण की दिशा में भी काम किया जाना चाहिए।