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गरीबों को न्याय की ललक ने बनाया अधिवक्ता

पास्को के विशेष लोक अभियोजक व वरीय अधिवक्ता चमक लाल पंडित कहते हैं कि छात्र जीवन में ही समाज के गरीबों को न्याय दिलाने की ललक ने मुझे विधि की पढ़ाई के लिए बाध्य किया। वर्ष 1985 में दरभंगा बार एसोसिएशन की सदस्यता लेकर मैंने वकालत शुरू की।

By Edited By: Published: Sat, 24 Sep 2016 03:03 AM (IST)Updated: Sat, 24 Sep 2016 03:03 AM (IST)
गरीबों को न्याय की ललक ने बनाया अधिवक्ता

दरभंगा । पास्को के विशेष लोक अभियोजक व वरीय अधिवक्ता चमक लाल पंडित कहते हैं कि छात्र जीवन में ही समाज के गरीबों को न्याय दिलाने की ललक ने मुझे विधि की पढ़ाई के लिए बाध्य किया। वर्ष 1985 में दरभंगा बार एसोसिएशन की सदस्यता लेकर मैंने वकालत शुरू की। शुरुआत में ही मेरे पास समस्तीपुर जिले के रोसड़ा थाना क्षेत्र के एक गरीब व्यक्ति का मुकदमा आया। लूट के इस केस में पुलिस ने अपनी साख बचाने के लिए नाहक ही निहायत इस गरीब लड़के को आरोपित कर जेल भेज दिया। मैंने परिश्रम कर जिला जल की अदालत से उसे जमानत दिलाई। मैंने व्यक्तिगत रूचि लेकर केस का ट्रायल करवाया। अदालत ने आरोपी युवक को बाइज्जत बरी कर दी। इससे मुझे आत्म संतुष्टि मिली। श्री पंडित वर्ष 1985 से 2000 तक बचाव पक्ष के अधिवक्ता रहे। वर्ष 2000 से 2015 तक एपीपी रहे। वर्ष 2015 से वे विशेष लोक अभियोजक के दायित्व संभाल रहे हैं।


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