शहरी क्षेत्र के प्रतिबंधित इलाके के लोग अपने जनप्रतिनिधियों से हैं खफा
दरभंगा। कोतवाली ओपी क्षेत्र स्थित मिरसीकार टोला कोरोना पॉजिटिव मरीज के मिलने के बाद से सील है। इस इलाके से किसी को भी अपने घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है।
दरभंगा। कोतवाली ओपी क्षेत्र स्थित मिरसीकार टोला कोरोना पॉजिटिव मरीज के मिलने के बाद से सील है। इस इलाके से किसी को भी अपने घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति एक दर्जन युवाओं की टीम के जिम्मे है। पूरे इलाकों को छह भागों में बांटा गया है। प्रत्येक भाग पर दो युवाओं की टीम मुश्तैद है, जो उस इलाके में पड़ने वाले लोगों को आवश्यक वस्तुएं मुहैया करा रही है। किसी को भी अन्य इलाकों में जाने की छूट नहीं है। पेपर, आवश्यक दवाई, फल, दूध, सब्जी, राशन आदि सामानों को पूरी तरह से सैनिटाइज्ड किए जाने के बाद ही अंदर भेजा जाता है। स्थानीय स्तर पर वार्ड पार्षद अन्य के सहयोग से लोगों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध करा रहे है। लेकिन, सबसे बड़ा सवाल हैं कब तक? नगर विधायक से लेकर मेयर तक इस इलाके के लोगों की सुधि तक लेने को नहीं पहुंचे। जबकि, 5 मई को जब केरल और कोटा से ट्रेन दरभंगा जंक्शन पहुंची तो उस वक्त नगर विधायक और मेयर स्वंय स्टेशन पहुंच लोगों को मास्क देते नजर आए। वॉलंटियर्स मो. दिलशाद, मो. जुल्फी, मो. तमन्ना, मो. गोल्डेन हुसैन, राजा नदीम, राजेश कौशल, मो. अमजद, मनोज आदि ने बताया कि पिछले 27 अप्रैल से 5 मई तक पार्षद से सहयोग से अपने स्तर से सारा काम कर रहे है। यहां तक की जिन्हें जीताकर लोकसभा, विधानसभा और मेयर बनाया, उनलोगों ने लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया। सरकारी स्तर पर भी कोई भी सुविधा नहीं मिली है। सबसे ज्यादा तकलीफ लोगों को जनप्रतिनिधियों के नहीं आने से हो रही है। ड्रॉप गेट तक पहुंचकर या मोबाइल से लोगों की सुधि ले सकते थे, लेकिन तीन सौ परिवारों के दो हजार लोगों की सुधि लेना इन्होंने जरुरी नहीं समझा। इधर, पार्षद बेला देवी ने बताया कि जिलाधिकारी ने नगर निगम से असहायों की सूची मंगाई थी, जिसे सौंप दिया गया है। लेकिन, 12 दिन बीत गए अभी तक कोई निदान नहीं हुआ। वहीं, वार्ड 21 की पार्षद मधुबाला सिन्हा ने बताया कि अपने स्तर से यथासंभव प्रयास किया जा रहा है। किसी पर कोई टिप्पणी नहीं करना है। लेकिन, इस कठिन समय में बड़े प्रतिनिधियों को साथ देना चाहिए था।
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नगर विधायक संजय सरावगी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान फोन, व्हाटएप और सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक सहायता पहुंचाई जा रही है। बताया कि श्वेता श्रीवातस्व नामक एक लड़की ने अपनी मां के लिए दवा की गुहार लगाई थी। विधायक ने दवा की पर्ची मंगवाकर उन्हें दवा उपलब्ध कराई। इसके बाद उक्त लड़की ने उन्हें धन्यवाद भी दिया। विधायक ने बताया कि शहरी क्षेत्र में यदि लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या होती है तो वे सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी बात कहते है। उनकी समस्याओं का हरसंभव प्रयास किया जाता है। वहीं, मीरसीकार टोला के दिलशान ने बताया कि मेयर की ओर से 150 पैकेट सूखा राशन उपलब्ध कराया गया था।
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