तरंग प्रतियोगिता में आए सुरक्षाकर्मी ने चलाई गोली, गिरफ्तार
लनामिविवि में आयोजित तरंग प्रतियोगिता में आए सुरक्षा कर्मी ने बुधवार की सुबह मब्बी ओपी के ककरौली गांव स्थिति मोबाइल टावर गार्ड रूम पर गोली चला दी।
दरभंगा । लनामिविवि में आयोजित तरंग प्रतियोगिता में आए सुरक्षा कर्मी ने बुधवार की सुबह मब्बी ओपी के ककरौली गांव स्थिति मोबाइल टावर गार्ड रूम पर गोली चला दी। इस घटना में गार्ड अशोक कुमार झा बाल-बाल बच गए। सूचना मिलते ही ओपी प्रभारी गौतम कुमार दल-बल के साथ घटना स्थल पहुंच गए। लेकिन, सुरक्षा कर्मी रिवाल्वर का भय दिखाकर पुलिस वाले को पीछे हटने को कहा। पुलिस पीछे हटने को तैयार नहीं थी। खतरा से खेलने के अलावा पुलिस के पास कोई उपाय नहीं रह गया था। उसके बाद ओपी प्रभारी कुमार ने सूझबूझ के साथ हमलावर को बात में फंसाने की कोशिश की और अचानक उसे चारों ओर से घर कर दबोचने की कोशिश की गई। लेकिन, वह पकड़ में नहीं आ रहा था। काफी मशक्कत बाद ओपी प्रभारी गौतम कुमार व अन्य पुलिस कर्मियों ने पहले उसके हाथ से लोडेड रिवाल्वर छीना, इसके बाद उसपर काबू पाया। गिरफ्त में रमेश प्रसाद यादव छपरा जिले के डोहरीगंज थाने के चकिया गांव निवासी विद्यानंद राय का पुत्र है। उसके पास से छह गोली वाली रिवाल्वर, 25 कारतूस व पांच खोखा बरामद किया गया है। वह सेवानिवृत सेना का जवान है और उसके पास से बरामद रिवाल्वर लाइसेंसी बताई गई है।
पूछताछ में यह पता चला कि वह पाटलीपुत्रा विश्वविद्यालय के किसी प्रोफेसर का सुरक्षा कर्मी है। तरंग प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए आए पाटलीपुत्रा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के साथ वह दरभंगा आया था। दस बजे रात के बाद वह गायब हो गया। वह विश्वविद्यालय परिसर से दस किमी की दूरी तक कर ककरौली गांव कैसे पहुंचा यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। गिरफ्तार रमेश प्रसाद यादव भी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है। इधर, मोबाइल टावर का गार्ड झा ने बताया कि अहले सुबह में उसके गेट को कोई पीटकर पानी मांग रहा था। उठने में देरी हुई । इसी दौरान उसके गेट पर गोली चलने की आवाज हुई और डर से अंदर ही छुप गया और पुलिस को सूचना दी। तब तक स्थानीय लोगों ने उसे घेर लिया। सूचना पर सदर डीएसपी अनोज कुमार ने घटना स्थल का दौरा किया और लोगों से पूछताछ की ।गोली चलने से संबंधित उन्होंने कई साक्ष्य भी जुटाए । बताया कि गिरफ्तार रमेश की मेडिकल कराई जाएगी। अनुसंधान जारी है। कहा कि अगर बरामद रिवाल्वर लाइसेंसी साबित होता है तो उसके अनुज्ञप्ति को रद करने की अनुशंसा की जाएगी।