नीट व जेईई-मेंस में सफलता के लिए स्टडी प्लान जरूरी
दरभंगा। लॉकडाउन के कारण शिक्षण संस्थान महीनों से बंद चल रहे हैं। कोचिग संस्थान भी बंद हैं। इससे जेईई-मेंस और नीट की परीक्षा में सफलता पाने को जुटे छात्र-छात्राओं को थोड़ी परेशानी जरूर हुई होगी। लेकिन इस स्थिति से घबराने की जरूरत नहीं है।
दरभंगा। लॉकडाउन के कारण शिक्षण संस्थान महीनों से बंद चल रहे हैं। कोचिग संस्थान भी बंद हैं। इससे जेईई-मेंस और नीट की परीक्षा में सफलता पाने को जुटे छात्र-छात्राओं को थोड़ी परेशानी जरूर हुई होगी। लेकिन, इस स्थिति से घबराने की जरूरत नहीं है। परीक्षा में सफलता के लिए लगन व मेहनत के साथ योजनाबद्ध तैयारी की जरूरत होती है, जो घर पर रहकर भी की जा सकती है। इसलिए छात्रों को हतोत्साहित नहीं होना चाहिए। दिग्घी वेस्ट स्थित एस्पायर इंस्टीट्यूट के निदेशक ई. बी कुमार ने कहा कि थोड़ा सा ध्यान देकर छात्र-छात्राएं कोरोना से बचते हुए नीट और जेईई-मेन एग्जाम में बेहतर रिजल्ट हासिल करें। कहा कि एनटीए ने कोरोना महामारी के कारण राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की नई तारीख तय कर दी है। नीट की परीक्षा 26 जुलाई को और जेईई-मेंस की परीक्षा 18 से 23 जुलाई तक होनी है। इसलिए अब छात्रों को टाइम टेबल के हिसाब से तैयारी करनी चाहिए। स्टडी प्लान के हिसाब से एक टाइम टेबल का शेड्यूल बनाएं कि प्रत्येक दिन कितना घंटा और कितने बजे से कितने बजे तक पढ़ना है और इस स्टडी प्लान का पालन प्रत्येक दिन होना चाहिए। तभी आप सफल हो सकते हैं। सिलेक्टिव स्टडी ना करें : जब आप परीक्षा की तैयारी कर रहे होते हैं तो आपको सिलेक्टिव स्टडी से बचना चाहिए। सबसे पहले आपको हर टॉपिक का विस्तृत अध्ययन करना चाहिए। लेकिन, कुछ स्टूडेंट ऐसे भी होंगे जिनकी तैयारी पूरी डिटेल से नहीं हो पाई है, तो उनको सिलेक्टिव रास्ता अपनाना होगा। ऐसी स्थिति में आप वही टॉपिक सेलेक्ट करें जिस पर आपकी पूरी पकड़ हो। शॉर्टकट ना ढूंढें : अगर आपको किसी प्रश्न के दो ऑप्शन में कंफ्यूजन हो तो उसका जवाब देने से बचें। यह आपके लिए रिस्की हो सकता है। शार्टकट तलाशना आपकी सफलता के मार्ग में बाधक बन सकता है। इसलिए, इससे बचने की कोशिश करें। टाइम मैनेजमेंट का रखें ध्यान : अगर आप अभी से टाइम के साथ चलना सीख लेंगे तो आपको परीक्षा में प्रश्न पत्र हल करने में कठिनाई नहीं होगी। यह बेहद जरूरी है। क्वेश्चन पेपर या प्रैक्टिस सेट को तेजी से सॉल्व करने का प्रयास करें, ताकि आप एग्जाम में समय से पहले क्वेश्चन सॉल्व करके दोहरा सकते हैं। इससे आप प्रश्न के आधार पर टाइम बचाना सीख सकते हैं। अच्छी और कम किताबों से करें पढ़ाई : एग्जाम के पहले ज्यादातर स्टूडेंट की आदत होती है कि वह तैयारी के लिए ढ़ेर सारी किताबें पढ़ते हैं, लेकिन नीट और जेईई-मेंस की तैयारी करने वाले स्टूडेंट को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ज्यादा तरह की किताबों को पढ़ने से दिमाग भटकता है और हम कंसंट्रेट नहीं कर पाते हैं।