गांजा और नकदी के साथ कई उपकरण जब्त, दो गिरफ्तार
दरभंगा । लहेरियासराय थाना क्षेत्र के कचहरी पोखर मोहल्ला से 16 फरवरी को गांजा नशीली दवा और नकदी के साथ पकड़ी गई महिला की निशानदेही पर शुक्रवार को पुलिस ने कारोबारी पुत्र सहित एक थोक कारोबारी को दबोच लिया।
दरभंगा । लहेरियासराय थाना क्षेत्र के कचहरी पोखर मोहल्ला से 16 फरवरी को गांजा, नशीली दवा और नकदी के साथ पकड़ी गई महिला की निशानदेही पर शुक्रवार को पुलिस ने कारोबारी पुत्र सहित एक थोक कारोबारी को दबोच लिया। पूर्व में पकड़ी गई सुशीला देवी के पुत्र अनिल भंडारी को पुलिस ने तकनीकी सेल की मदद से दबोचने के बाद पूछताछ की। पकड़े जाने के बाद उसने बताया कि वह बहादुरपुर थाना क्षेत्र के सिनुआर गांव निवासी अनिल सिंह से गांजा और नशीली दवा आदि खरीदकर बेचने का काम करता है। इसके बाद लहेरियासराय और बहादुरपुर थाने की पुलिस ने सिनुआरा गांव में छापेमारी कर अनिल सिंह को दबोच लिया, जहां वह तहखाना बनाकर गांजा को छुपाकर रखे हुए था। पुलिस ने अलग-अलग पैकेट से 12 किलो गांजा सहित पैकिग मशीन, तौलने का उपकरण, सिगरेट, मोबाइल सहित 62 हजार 5 सौ रुपये बरामद कर लिया। नगर एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि अनिल भंडारी और अनिल सिंह की गिरफ्तारी से नशा कारोबार का खुलासा हुआ है। दोनों ने पूछताछ में बताया कि वे लोग मोतिहारी के शाहिल, समस्तीपुर के जय नंदन एवं सिनुआरा के सुबोध सिंह के साथ मिलकर नशा सामग्री का कारोबार करता है। उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। पकड़े गए दोनों आरोपितों के खिलाफ पहले से भी कई मामले दर्ज है। बता दें कि 16 फरवरी को लहेरियासराय थाना की पुलिस ने कचहरी पोखर मोहल्ला में छापेमारी कर सुशीला देवी को दबोचकर उसके घर से छह सौ ग्राम गांजा, विभिन्न कंपनी की 1362 पीस नशीली दवाइयां, 150 पीस नशीली सूईं, बिना नंबर की एक स्कूटी, 48 पैकेट सिगरेट, तीन मोबाइल के साथ 26 हजार 410 रुपये बरामद किया था। लेकिन, सुशीला देवी का पुत्र अनिल भंडारी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। छापेमारी में लहेरियासराय थानाध्यक्ष एचएन सिंह, बहादुरपुर थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार आदि पुलिस पदाधिकारी शामिल थे।