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भूकंपरोधी भवन के लिए कुर्सी एवं नींव की सुरक्षा आवश्यक

भवनों के भूकंप व चक्रवात तथा बाढ़रोधी भवनों के निर्माण एवं पूर्व निर्मित भवनों के सु²ढ़ीकरण विषय पर बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा केवटी प्रखंड मुख्यालय में राज मिस्त्रियों का आयोजित प्रशिक्षण में तकनीकी सलाहकार डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने भूकंप रोधी भवन के लिए कुर्सी एवं नीव की सुरक्षा की महत्ता को बड़े ही सरल ,सहज एवं प्रभावकारी तरीके से समझाया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 01 Dec 2018 12:58 AM (IST)Updated: Sat, 01 Dec 2018 12:58 AM (IST)
भूकंपरोधी भवन के लिए कुर्सी एवं नींव की सुरक्षा आवश्यक
भूकंपरोधी भवन के लिए कुर्सी एवं नींव की सुरक्षा आवश्यक

दरभंगा । भवनों के भूकंप व चक्रवात तथा बाढ़रोधी भवनों के निर्माण एवं पूर्व निर्मित भवनों के सु²ढ़ीकरण विषय पर बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा केवटी प्रखंड मुख्यालय में राज मिस्त्रियों का आयोजित प्रशिक्षण में तकनीकी सलाहकार डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने भूकंप रोधी भवन के लिए कुर्सी एवं नीव की सुरक्षा की महत्ता को बड़े ही सरल ,सहज एवं प्रभावकारी तरीके से समझाया। बताया कि भूतल से 0.6 मीटर नीचे ठोस मिट्टी उपलब्ध हो जिसका बहते जल से कटाव ना हो, साथी भूकंप में जल संतृप्त्ता के चलते मिट्टी के द्रवीकरण की भी संभावना नहीं हो पूरे दीवार के नीचे खुला नीव अपना सकते हैं। चिकनी मिट्टी, बलुआही मिट्टी या बलुआही चिकनी मिट्टी में भूतल से कम से कम 1.5 मीटर की गहराई पर वर्गाकार इट पीलर नीव या आरसीसी पीलर नीव का उपयोग किया जाना चाहिए। यदि किसी स्थल पर बहते जल से कटाव की गहराई अधिक हो तो नींव की गहराई बढ़ाई जानी चाहिए। मौके पर अंचलाधिकारी अजीत कुमार झा, निर्वाचन प्रशिक्षक प्रशांत कुमार झा, अंचलकर्मी सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

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