मखनाही तालाब की घेराबंदी को ले हंगामा, सड़क जाम
नगर थाने क्षेत्र के हसनचक स्थित राज मखनाही तालाब की घेराबंदी के विरोध में शनिवार को स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल किया।
दरभंगा। नगर थाने क्षेत्र के हसनचक स्थित राज मखनाही तालाब की घेराबंदी के विरोध में शनिवार को स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल किया। घेराबंदी कर रहे मजदूरों, राज मिस्त्री सहित अन्य को स्थानीय लोगों ने बांस-बल्ला लेकर खदेड़ दिया। दुर्गा मंदिर के नाम पर तालाब के किनारे बनाए गए कार्यालय को तोड़-फोड़ कर गिरा दिया। सड़क जाम कर ईंट को सड़क पर फेंक दिया।
इसके बाद पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।आक्रोशित लोगों ने वार्ड पार्षद के घर जाकर जमकर हंगामा किया। कहा कि मिलीभगत के कारण ही बाहरी लोग यहां आकर दबंगता दिखाते हैं और आप घर में बैठे हैं। पब्लिक के आक्रोश देख पार्षद सभी लोगों को लेकर नगर विधायक संजय सरावगी के घर पर पहुंच गए। जहां लोगों ने तालाब की सुरक्षा व सौंदर्यीकरण की मांग को लेकर काफी देर तक बवाल काटा। विधायक पर मदद करने का आरोप लगाया।
हालांकि, काफी मशक्कत बाद नगर विधायक सरावगी सभी को शांत कराने में कामयाब हुए। उन्होंने आरोप को खारिज करते हुए कहा कि तालाब काफी पुराना और ऐतिहासिक है। इसे किसी भी सूरत में भरा नहीं जाना चाहिए। आक्रोशित होकर वार्ड पार्षद से कई सवाल किए जिसका उत्तर वार्ड पार्षद नहीं दे पाए। इसके बाद नगर विधायक आम लोगों के साथ घटनास्थल पहुंचे और डीएम से बात की। इसका स्थायी निदान कराने का आश्वासन दिया। तब लोग जाम हटाने को तैयार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। स्थानीय शित सहनी ने बताया कि तालाब की घेराबंदी की कोशिश करने से स्थानीय लोग भड़क गए। पहले तालाब किनारे ईंट, बालू एवं सीमेंट गिराया गया। इसके बाद सुबह में गड्ढा खोदकर काम शुरू करने की कोशिश की। जिसका लोगों ने विरोध किया। इसके बाद संदिग्ध लोग सभी को जान से मारने की धमकी देने लगे। एक ने चाकू निकाल लिया। लोगों ने सभी को खदेड़ कर भगा दिया और जिस शेडनुमा मकान में उनकी बैठकी चलती थी उसे तोड़ कर हटा दिया गया। इधर, थानाध्यक्ष सीताराम प्रसाद ने बताया कि दोनों पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं की गई है। घटनास्थल पर पुलिस की तैनाती कर दी गई है।