कुशेश्वरस्थान में नदियों के जलस्तर में कमी, 24 पंचायतों में समस्या कायम
दरभंगा। नदियों के जलस्तर में कमी के बाद बाढ़ के पानी की भी धारा घटी है। पानी का रफ्तार कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। लेकिन बाढ़ से उत्पन्न हुई समस्या जस की तस कायम है।
दरभंगा। नदियों के जलस्तर में कमी के बाद बाढ़ के पानी की भी धारा घटी है। पानी का रफ्तार कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। लेकिन बाढ़ से उत्पन्न हुई समस्या जस की तस कायम है। दोनों प्रखंडों की सभी 24 पंचायतें बाढ़ के पानी से पूरी तरह घिरी हुई हैं। अंचल कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पश्चिमी प्रखंड की 11 पंचायतें पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित हैं। जबकि तीन पंचायतें आंशिक रूप से प्रभावित हैं। प्रखंड के विभिन्न मार्गों में 33 सरकारी नाव चलाई जा रही है। बाढ़ से विस्थापित लोगों को सरकार की ओर से सहायता के नाम पर मात्र दो मीटर पॉलीथिन दिया गया है। विस्थापितों के लिए 18 सामुदायिक किचन चलाए जा रहे हैं। जहां पीड़ित व्यक्ति को तैयार भोजन दिया जा रहा है। बाढ़ पीड़ितों को दो मीटर पालीथिन एवं तैयार भोजन के सिवा और कोई सहायता सरकारी स्तर पर नहीं मिला है।
जबकि लोगों को बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है। बाढ़ से प्रभावित लोगों को सामुदायिक किचन में दो समय का भोजन तो मिल रहा है। लेकिन बेजुबान पशुओं के चारा का कोई उपाय नहीं हो रहा है। इस कारण पशुपालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पशुपालक अपने पशुओं को जलकुंभी खिलाने के लिए विवश हैं। बाढ़ अनुश्रवण समिति की बैठक में कई सदस्यों ने पशु चारा की मांग जोर शोर से की थी। जिसपर पशु चिकित्सा पदाधिकारी डा. अखिलेश ठाकुर ने पशु चारा का जल्द व्यवस्था करने का आश्वासन दिया था। लेकिन, अबतक सरकारी स्तर पर मिलने वाले पशु चारा का कोई अता पता नहीं है। इस संबंध में पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ठाकुर ने बताया कि पशु चारा के लिए जिला को लिखा गया है। जिला से प्राप्त होने पर ही कुछ किया जा सकता है।
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