धर्माचरण से अच्छे फल की प्राप्ति : साध्वी ममता
कथावाचिका साध्वी ममता गोस्वामी ने कहा है कि मानव को धर्म के महत्व को पहचानना होगा। धर्माचरण करने वाला ही अगले जन्म में कर्म के अनुसार ऊंचे स्थानों को प्राप्त करता है।
दरभंगा । कथावाचिका साध्वी ममता गोस्वामी ने कहा है कि मानव को धर्म के महत्व को पहचानना होगा। धर्माचरण करने वाला ही अगले जन्म में कर्म के अनुसार ऊंचे स्थानों को प्राप्त करता है। शरीर की मृत्यु होती है,आत्मा अमर है, मानव की आत्मा अमर है। आत्मा शरीर बदल कर कर्म के अनुसार फल को प्राप्त करता है। वे जाले पश्चिमी के बजरंगबली मंदिर के प्रांगण में बाबा धर्मेंद्र दास की देखरेख में आयोजित सात दिवसीय संगीतमय मानस सत्संग समारोह सह श्रीमद भागवत कथा यज्ञ में प्रवचन कर रही थी। उत्तर प्रदेश से आई कथावाचिका साध्वी गोस्वामी ने कहा कि महाभारत के धर्मयुद्ध में भगवान श्रीकृष्ण पांडव की तरफ से अर्जुन के रथ के सारथी थे। वहीं कौरवों के पक्ष में कर्ण। अर्जुन के रथ पर भगवान श्रीकृष्ण के विराजमान रहने के बावजूद कर्ण के वाण के प्रहार से वह तीन पग पीछे चला गया। कृष्ण ने कर्ण के युद्ध कौशल की सराहना की और कहा कि कर्ण महादानी है। प्रतापी है। दान-पुण्य से मानव जीवन साकार होता है। श्रीमद भागवत कथा को सुनने सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।