धनतेरस पर सजे बाजार में लोगों ने की जमकर खरीदारी, सौ करोड़ तक पहुंचा कारोबार
दरभंगा। दीपावली पर्व की शुरूआत धनतेरस से शुरू हो गया। सुख-शांति व समृद्धि की कामना को लेकर शुभ मुहूर्त में हर तरह के सामानों को खरीदने के लिए लोगों की भारी भीड़ मंगलवार की देर रात तक बाजारों में उमड़ी रही। ल
दरभंगा। दीपावली पर्व की शुरूआत धनतेरस से शुरू हो गया। सुख-शांति व समृद्धि की कामना को लेकर शुभ मुहूर्त में हर तरह के सामानों को खरीदने के लिए लोगों की भारी भीड़ मंगलवार की देर रात तक बाजारों में उमड़ी रही। लोगों ने परिवार के साथ सोने-चांदी के सिक्के, वाहन, आभूषण, इलेक्ट्रानिक सामानों के साथ ही गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति, झाड़ू आदि की जमकर खरीदारी की। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण मंदी से जूझ रहे व्यापारियों को ग्राहकों की भीड़ और खरीदारी की लालसा ने उत्साहित कर दिया। दुकानें सड़क पर उतर गईं थीं। दुकानों की सजावट लोगों को आकर्षित कर रही थी। अचानक से सड़क यातायात पर भार बढ़ने की वजह से आवागमन की समस्या उत्पन्न हुई। चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पवन सुरेका ने बताया कि पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण दरभंगा शहर का कारोबार 35 करोड़ भी पार नहीं कर पाया था। जबकि 2019 में व्यापारियों का कारोबार 80 से 85 करोड़ के पार गया था। 2021 में धनतेरस पर शहर का कारोबार 85 करोड़ पार कर गया है। बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण पिछले वर्ष कपड़ा, सोना-चांदी, इलेक्ट्रानिक्स कारोबारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ा था। वर्तमान में कोरोना की स्पीड थमने से इन क्षेत्रों के कारोबारियों को फायदा पहुंचा है।
धनतेरस पर लोगों ने जमकर खरीदारी की। सुबह से ही बाजार सज गए थे। आने वालों का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया था। दोपहर बाद तो दरभंगा टॉवर, लहेरियासराय गुदरी बाजार आदि प्रमुख बाजारों में तिल रखने की जगह नहीं थी। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में भी भीड़ रही। लोगों में त्योहार को लेकर गजब का उत्साह था। क्या महिलाएं, क्या बच्चे सबका उत्साह देखने लायक था। शाम होने से पहले ही बाजार रोशनी से नहा उठा। दीपावली का सुंदर आगाज सभी को मंत्रमुग्ध कर रहा था।
सोने-चांदी के सिक्के और जेवरात की खूब हुई बिक्री
धनतेरस पर यूं तो कई सामान की बिक्री होती है, लेकिन लोग सोने-चांदी की खरीदारी को सबसे ज्यादा शुभ मानते हैं। यही वजह है कि मंगलवार को धनतेरस पर जेवरात दुकानों में सबसे ज्यादा भीड़भाड़ रही। लोगों ने अपनी जेब के मुताबिक चांदी, सोने के सिक्के, कान के झुमके, बाली, अंगूठी, हार, सोने-चांदी के बिस्किट आदि की खरीदारी की। बाजार में इस बार लक्ष्मी-गणेश, विक्टोरिया आदि के सिक्के खरीदे, परंतु सबसे अधिक लक्ष्मी-गणेश के चिह्न वाले सिक्कों की खरीद हुई। वहीं अन्य जेवरातों की खरीदारी में भी लोगों में रूचि दिखाई। लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा, चांदी के पूजा के बर्तन आदि की खरीद भी हुई।
वाहनों की खरीदारी में लोगों ने दिखाई रुचि
धनतेरस पर वाहनों की खरीदारी की पुरानी परंपरा रही है। लोगों ने इसमें सबसे अधिक रुचि दिखाई है। हीरो, होंडा, बजाज, यामाहा की मोटरसाइकिल और स्कूटी, मारुति व हुंडई सहित अन्य कंपनियों की कारों सहित ट्रैक्टर व अन्य वाहनों की खूब खरीदारी हुई। धनतेरस पर वाहनों की खरीद को लेकर लोगों ने पहले से ही वाहन बुक कराए थे। ऐसे में धनतेरस के शुभ मुहूर्त में वाहन घर ले जाने को लेकर लोग आतुर नजर आए। ट्रैक्टर, बाइक व आटो की खरीद सबसे अधिक हुई है।
इलेक्ट्रानिक व बर्तन दुकानों में भी लोगों की उमड़ी भीड़
धनतेरस पर इलेक्ट्रानिक सामानों, बर्तनों की खरीदारी की परंपरा भी रही है। इस साल भी लोगों ने स्टील, पीतल, तांबा, कांसा आदि के बर्तनों की खरीदारी की। ग्राहकों की सबसे ज्यादा भीड़ इन्हीं दुकानों पर नजर आई। मिर्जापुर चौक से लेकर दरभंगा टावर तक दुकानें सजी हुई थीं। बर्तन दुकानों को भी आकर्षक ढंग से सजाया गया था। लोगों ने पूजा के बर्तन, लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं, घरेलू उपयोग के बर्तन की खरीद की। लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां व मिट्टी के सामान भी बिके
धनतेरस पर लोगों ने लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां खरीदी। साथ ही दीया, ग्वालिन, घोड़ा, हाथी, गुल्लक आदि की खरीदारी की। आज झाडू की खरीदारी भी बहुत से लोगों ने की। साथ ही मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने वाली सामग्री की जमकर खरीदारी की।
-----------