कन्हौली में एक वर्ष में तीसरी डकैती से दहशत
मनीगाछी थाना क्षेत्र के कन्हौली गांव में प्रभाष झा के घर हुई डकैती कोई पहली घटना नहीं है।
दरभंगा । मनीगाछी थाना क्षेत्र के कन्हौली गांव में प्रभाष झा के घर हुई डकैती कोई पहली घटना नहीं है। बल्कि, यह गांव लगातार डकैतों के निशाने पर रहा है। यही कारण है कि बार-बार हो रही डकैती की घटनाओं से ग्रामीणों में अभी भी खौफ है। पिछले एक वर्ष में इस गांव के अंदर तीन डकैती की घटनाएं घटी है। बात करने पर लोगों के चेहरों पर खौफ की झलक साफ दिखाई देती है। इससे पूर्व थाने के पश्चिमी छोर पर बसे कन्हौली गांव के लोग खुशहाली एवं भयमुक्त जीवन जी रहे थे। लेकिन, इस बीच किसी की नजर लग गई और विगत एक वर्ष से सशस्त्र डकैतों की आहट शुरू हो गई । नौ माह पहले योगेंद्र नाथ झा के यहां डकैती की घटना घटी। ठीक उसके दो माह बाद डकैतों ने बच्चु झा के यहां धाबा बोलकर घटना को अंजाम दिया। दोनों घटनाओं को लोग ठीक से भूल भी नहीं पाए थे कि बीती रात हथियार से लैस डकैतों ने प्रभाष झा के घर डकैती की घटना को अंजाम दे दिया। पुलिस अभी तक किसी मामले का उछ्वेदन नहीं कर पाई है। यही कारण है कि बदमाशों का मिजाज बुलंद है। एक के बाद एक कर तीन घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती डे डाली है। गांव के एकांत और दक्षिणी छोर पर बसे कृष्ण कांत चौधरी के पुत्र मुकेश चौधरी रात से ही काफी भयभीत हैं। उन्होंने बताया कि डकैतों ने हर बार गांव के दक्षिणी छोर पर बसे लोगों के घरों को निशाना बनाया है। पीड़ित के पड़ोसी प्रजापति चौधरी, हेमंत चौधरी आदि कई लोगों ने बताया कि दहशत में है। सभी अपने घर की सुरक्षा को लेकर ¨चतित दिखाई दिए। घटना की जानकारी मिलने पर जब एसएसपी बाबू राम पीड़ित के घर पहुंचे तो गांव के लोगों ने अपना दर्द बयां किया। कहा कि अब गांव में रहना मुश्किल हो गया है। संपत्ति के साथ जान को भी खतरा है।प्रदेश में रहने वाले लोगों ने ¨चता प्रकट की है। बहरहाल, एसएसपी बाबू राम ने सभी को आश्वस्त किया कि बहुत जल्द इस मामले का उछ्वेदन कर दिया जाएगा। सभी बदमाशों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। उनकी तत्परता को देख गांव के लोगों में एक उम्मीद जगी है। शायद इस बार बदमाश पकड़े जाएंगे और गांव सदा के लिए सुरक्षित हो जाएगा। नजदीक का आदमी था लाइनर :
बेनीपुर एसडीपीओ उमेश्वर चौधरी ने बताया कि फिलहाल कोई सफलता तो नहीं मिली है। लेकिन, पूछताछ के आधार पर अनुसंधान को गति मिली है। उम्मीद है कि बहुत जल्द मंजिल तक पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि डॉग स्क्वायड की टीम से पड़ताल की गई है। इसमें काफी कुछ सफलता मिली है। बताया जाता है कि इस घटना में कोई नजदीक का आदमी लाइनर का काम किया है। जिसे यह पता था कि पीड़ित बैंक बंद रहने के कारण रुपये जमा नहीं कर पाए हैं।