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कन्या भ्रूण हत्या रुकने पर ही नारी बनेगी सशक्त

दरभंगा । सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक पद्मभूषण डॉ. ¨वदेश्वर पाठक ने कहा कि नारियां तभी सशक्त होंगी जब

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 May 2018 12:58 AM (IST)Updated: Wed, 30 May 2018 12:58 AM (IST)
कन्या भ्रूण हत्या रुकने पर ही नारी बनेगी सशक्त
कन्या भ्रूण हत्या रुकने पर ही नारी बनेगी सशक्त

दरभंगा । सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक पद्मभूषण डॉ. ¨वदेश्वर पाठक ने कहा कि नारियां तभी सशक्त होंगी जब कन्या भ्रूण हत्या को रोका जाएगा। उन्होंने स्त्री-पुरुष के अनुपात को ठीक करते हुए बालिकाओं को शिक्षित करने की अपील की। साथ ही नारी सशक्तीकरण को लेकर सुलभ की ओर से किए जा रहे काम पर समाजशास्त्री को शोध करने की बात कही। वे लनामिविवि के पीजी समाजशास्त्र विभाग में मंगलवार को महिला सशक्तीकरण पर आयोजित सेमिनार के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भारती मंडन सोशीओलॉजी ऑफ सेनिटेशन चेयर की स्थापना की घोषणा की। इसके लिए सुलभ की ओर से 20 लाख रुपये देने की बात कही। कहा कि पुरातन युग में श्रद्धा और विश्वास स्वरूपा नारी किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं थी। मध्यकाल में बदलती परिस्थितियों के कारण नारी को विलासिता की वस्तु समझा जाने लगा। जिससे उन्हें घर की चहारदीवारी के भीतर बंद रहना पड़ता था। इसी वजह से बाल-विवाह तथा सती प्रथा जैसी कुरीतियां भी पनपने लगी। आधुनिक काल में महिलाओं ने विश्व मंच पर अपनी विजय पताका लहराई है। वेदों में महिला को विद्या, धन और ताकत की प्रतिमूर्ति की संज्ञा दी गई है। नारी अपनी गरिमा का ज्ञान के साथ- साथ स्वाभिमान की रक्षा करना उसे भलीभांति आ गई है। वह पुरुषों के समकक्ष अधिकारों की अधिकारिणी हैं। नारी को बनाना होगा ताकतवर : प्रोवीसी

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प्रति कुलपति प्रो. जय गोपाल ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि नारी सशक्तीकरण में विश्वविद्यालय प्रयासरत है। नारी सशक्तीकरण बहुत पुराना विषय है। लेकिन, आज भी यह प्रासंगिक है। वातावरण में शारीरिक रूप से पुरुष को ताकतवर बताया गया। नारी शारीरिक रूप से कमजोर है जिस वजह से उसे ताकतवर बनना पड़ेगा तभी जाकर नारी का सशक्तीकरण होगा। महिला को मिले समानता का अधिकार : प्रो. पांडेय

बनारस ¨हदू विश्वविद्यालय के प्राध्यापक प्रो. एके पांडेय ने कहा कि नारी भी मानव होती है। इसलिए उन्हें भी समानता का अधिकार मिलना चाहिए। कहने के लिए उसे बहुत अधिकार दिया गया है। लेकिन, अभी सुधार की आवश्यकता है। महिला को मिल रही जिम्मेदारी : संजय

नगर विधायक संजय सरावगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सीमाओं की रक्षा की जिम्मेदारी महिला पर दी है। वहीं विदेशों में देश की छवि निखारने की जिम्मेदारी महिला को दे रखे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महिला सशक्तीकरण के प्रति क्या सोच है। केंद्र की योजनाओं का केंद्र ¨बदु महिला ही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में नारी सशक्तीकरण के मामले में बिहार देश में अव्वल स्थान पर है। नारी की सबलता से होगा विकास : कुलसचिव

कुलसचिव प्रो. मुस्तफा कमाल अंसारी ने कहा कि नारी किसी भी समाज के आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती है। इस वजह से उसके उन्मुखीकरण तथा विकास के लिए हमेशा प्रयास रहना चाहिए। नारी का विकास होगा तो समाज का विकास होगा। बनारस ¨हदू विवि के प्राध्यापक प्रो. एके पॉल ने कहा कि नारी को उपेक्षित करने से समाज का विकास नहीं होगा। भूमंडलीकरण के दौर में भी महिलाओं को उचित अधिकार नहीं मिला। विधायक डॉ. फैयाज अहमद ने कहा कि नारी सशक्तीकरण समय की पुकार है। मौके पर डॉ. ¨वदेश्वर पाठक को भारत रत्न से सम्मानित करने का प्रस्ताव पारित किया गया। स्वागत विभागाध्यक्ष प्रो. विनोद कुमार चैधरी ने किया। मंच संचालन डॉ. पुतुल ¨सह ने किया। मौके पर संगठन सचिव डॉ. विद्यानाथ मिश्र, प्रो. गोपी रमण प्रसाद ¨सह आदि सक्रिय थे। तकनीकी सत्र का श्रीगणेश बीएचयू के प्रो. जय कांत तिवारी एवं अध्यक्षता प्रो. वीरेंद्र कुमार ¨सह ने किया। संगोष्ठी में प्रो. देवनाथ पाठक, प्रो. अनिल ¨सह झा मौजूद थे।


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