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नर्सों ने डीएमसीएच में किया उग्र प्रदर्शन, दूसरे दिन भी रहे हड़ताल पर

दरभंगा। वेतन भुगतान समेत दस सूत्री मांगों के समर्थन में दूसरे दिन रविवार को भी दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल में नर्स व अन्य समकक्ष कर्मी हड़ताल पर रहे। बिहार नर्सेज यूनियन के आवाहन पर शनिवार सुबह सात बजे से सभी नर्स व अन्य डीएमसीएच अधीक्षक कार्यालय के समक्ष जमा रहे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 11:29 PM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 11:29 PM (IST)
नर्सों ने डीएमसीएच में किया उग्र प्रदर्शन, दूसरे दिन भी रहे हड़ताल पर
नर्सों ने डीएमसीएच में किया उग्र प्रदर्शन, दूसरे दिन भी रहे हड़ताल पर

दरभंगा। वेतन भुगतान समेत दस सूत्री मांगों के समर्थन में दूसरे दिन रविवार को भी दरभंगा मेडिकल कालेज, अस्पताल में नर्स व अन्य समकक्ष कर्मी हड़ताल पर रहे। बिहार नर्सेज यूनियन के आवाहन पर शनिवार सुबह सात बजे से सभी नर्स व अन्य डीएमसीएच अधीक्षक कार्यालय के समक्ष जमा रहे। दूसरे दिन रविवार को कर्मियों ने व्यवस्था के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उग्र प्रदर्शन किया। मौके पर आयोजित धरना सभा को संबोधित करते हुए बिहार नर्सेज यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष बृजकिशोर शर्मा ने कहा कि अगस्त 2020 में बहाली हुई थी। तीन माह का वेतन लंबित है। लगभग 800 स्टाफ नर्सों को सितंबर माह का वेतन भी नहीं मिला है। त्योहार का वक्त होते हुए भी सरकार की तरफ से भुगतान से संबंधित समस्या का समाधान नहीं हुआ है। कोरोना काल में सरकार को अल्पाहार का 250 रुपया प्रतिदिन के हिसाब से देना था जो अभी तक दूसरे साल भी नहीं मिला। जबकि सरकार से अस्पताल प्रशासन को आवंटन मिल चुका है। लेकिन अस्पताल प्रशासन के द्वारा उसका भुगतान नहीं किया गया। बिहार में भी नर्सिंग सेवा में प्रमोशन दिए जाएं केंद्र सरकार के अनुरूप स्टाफ नर्स का पद नाम चेंज करके नर्सिंग ऑफिसर किया जाए। स्टाफ नर्स की सेवानिवृत्त की आयु सीमा 60 वर्ष से बढ़ाकर 67 वर्ष की जाए।

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इस बीच रविवार की देर शाम 8 बजे दरभंगा मेडिकल कालेज, अस्पताल के प्राचार्य सह अधीक्षक डा. केएन मिश्रा, डा. ओपी गिरि व डा. कुणाल ने हड़ताली नर्सों से वार्ता की। इसके बाद सभी नर्स और उनके साथी कर्मचारी अपने अपने कार्य पर लौट गए। अधीक्षक ने बताया कि वित्तीय प्रभार नहीं मिलने के कारण दिक्कत हो रही थी। अब वित्तीय प्रभार मुझे प्राप्त हो गया अब कोई दिक्कत नहीं है। शीघ्र ही वेतन भुगतान किया जाएगा। चार सितंबर को आंदोलन के बाद तीन दिनों में समस्या के समाधान के आश्वासन पर नहीं हुआ था काम

आंदोलनकारियों का कहना था कि चार सितंबर को भी हड़ताल किया गया। आंदोलन की सूचना पर प्रशासनिक अधिकारियों ने तीन दिनों का समय दिया। लेकिन, इन सभी मांगों को पूरा नहीं किया जा सका था। इस स्थिति में सभी नर्स एक बार फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर थे। संस्था की महामंत्री सुमन कुमारी से पूछने पर बताया कि हमारे धैर्य की सीमा खत्म हो चुकी थी। धरना प्रदर्शन में बिहार नर्सेज यूनियन दरभंगा के प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजकिशोर शर्मा, महामंत्री सुमन कुमारी, अध्यक्ष पूनम कुमारी, संयुक्त महामंत्री धीरज कुमार मिश्रा और अभिषेक कश्यप के साथ समस्त स्टाफ नर्स उपस्थित थे।


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