अब डीएमसीएच में हर दिन होगी 515 नमूनों की जांच, स्वास्थ्य विभाग ने दिया निर्देश
दरभंगा। डीएमसीएच के लेबोरेटरी में आधा दर्जन से अधिक जिलों के कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के नमूने की जांच 25 दिनों से मंथर गति से चल रही है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग काफी सख्त हुआ है।
दरभंगा। डीएमसीएच के लेबोरेटरी में आधा दर्जन से अधिक जिलों के कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के नमूने की जांच 25 दिनों से मंथर गति से चल रही है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग काफी सख्त हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार प्राचार्य डॉक्टर एसएन झा को भेजे पत्र में माइक्रोबायोलॉजी के लेबोरेटरी को हरेक दिन 515 नमूने की जांच की रिपोर्ट तैयार करने का सख्त आदेश दिया है। इस आदेश का पालन 8 जून से हर हाल में करना है। जानकारी के अनुसार, इसमें अभी तक दिए गए लक्ष्य के मात्र 70 प्रतिशत यानि 250 से 300 तक लक्ष्य की पूíत हो रही है। सरकार ने प्राचार्य को नमूने की जांच के लक्ष्य के लिए हर उपाय करने को कहा है। इस लक्ष्य की पूíत के लिए लैब के विस्तारीकरण की प्रक्रिया पर भी जोर देने को कहा है। विस्तारीकरण के लिए लेबोरेटरी में उपयोग होने वाले विभिन्न संसाधन की सूची सरकार को भेजने का आदेश दिया गया है। मालूम हो कि माइक्रोबायोलॉजी में कई तकनीकी कारणों को लेकर आठ जिलों के नमूने की जांच करीब एक पखवाड़े से अधिक दिनों से मंथर गति से चल रही है। इसके पहले सरकार का अथक प्रयास भी इस लैब में नमूने की जांच की संख्या में इजाफा नहीं करा सका। इसलिए सरकार ने यह कदम उठाया गया है। जानकार सूत्र बताते हैं कि इस लैब में करीब एक पखवाड़े से दरभंगा समेत अन्य जिलों के नमूने की जांच बैकलॉग चल रहा है। नमूने की जांच ऑन द स्पॉट नहीं होने से मरीजों का इलाज काफी प्रभावित हो रहा है। इसके कारण संक्रमण की संख्या बढ़ने की प्रबल संभावना हो गई है। बताया गया है कि पूर्वोत्तर भारत का दूसरा बीएसएल थ्री इस लेबोरेटरी मैं है, लेकिन कई सालों तक इसमें काम नहीं होने के कारण इस मशीन का ऑटोमेटिक सिस्टम ठप हो गया है। इसके कारण कर्मी और चिकित्सक मैनुअल रूप से नमूने की जांच कर रहे हैं। प्राप्त सूचना के अनुसार लेबोरेटरी में अभी तक आठ जिलों के 900 नमूने की जांच हो चुकी है। जिसमें 600 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है।
प्राचार्य ने नया लेबोरेटरी बनाने का भेजा प्रस्ताव
प्राचार्य ने गुरुवार को सरकार को पत्र भेजा है, जिसमें माइक्रोबायोलॉजी विभाग में नए लेबोरेटरी बनाने की बात का जिक्र है। इस प्रस्ताव के साथ अत्याधुनिक लेबोरेटरी बनाने के लिए नए मशीन उपकरण समेत अन्य संसाधन को उपलब्ध कराने का भी आग्रह किया गया है। प्राचार्य ने नए लेबोरेटरी की स्थापना के लिए लाइब्रेरी के पुरानी भवन के फर्स्ट फ्लोर या ग्राउंड फ्लोर पर बनाने का भी प्रस्ताव भेजा है। प्राचार्य एचएनझा ने बताया कि यह प्रस्ताव सरकार के आदेश पर भेजा गया है।