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डीएमसीएच में अब तक नहीं खुल पाया उत्तर बिहार का पहला आई बैंक

डीएमसीएच के नेत्र रोग विभाग में एक करोड़ की लागत से उत्तर बिहार का पहला आई बैंक को चालू किया जाना था लेकिन अमानक भवन के निर्माण के चलते यह आई बैंक नहीं चालू हो पाया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Mar 2019 12:21 AM (IST)Updated: Mon, 11 Mar 2019 12:21 AM (IST)
डीएमसीएच में अब तक नहीं खुल पाया उत्तर बिहार का पहला आई बैंक
डीएमसीएच में अब तक नहीं खुल पाया उत्तर बिहार का पहला आई बैंक

दरभंगा । डीएमसीएच के नेत्र रोग विभाग में एक करोड़ की लागत से उत्तर बिहार का पहला आई बैंक को चालू किया जाना था, लेकिन अमानक भवन के निर्माण के चलते यह आई बैंक नहीं चालू हो पाया है। इसके चलते तीन बार इस बैंक के उदघाटन का मामला टल चुका है। यह भवन चार माह से बनकर तैयार है। इधर, सरकार के आदेश पर डीएमसीएच प्रशासन ने चार दिन पूर्व भवन में मौजूद खामियों की विस्तार से चर्चा करते हुए पत्र भेज दिया है। सरकार को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि इस नए भवन में वाटर प्यूरिफायर लगाया गया है, लेकिन इस प्यूरिफायर से निकलने वाले पानी के निकासी का रास्ता नहीं दिया गया है। भवन में सामाग्री रखने की कोई व्यवस्था नहीं है। दीवार का प्लास्टर सही नहीं है। शौचालय में पानी का इंतजाम नहीं किया गया है। इसके अलावा भवन में मौजूद कई अन्य खामियों को भी दर्शाया गया है। इतना ही नहीं, नेत्र रोग विभाग के अध्यक्ष को इस भवन को किस मानक पर बनाया जाना है, इसका पत्र भी नेत्र रोग विभाग को नहीं भेजा गया है। जानकारी के अनुसार सरकार ने इस नेत्र बैंक को चालू करने के लिए एक करोड़ राशि आवंटित किया था। इसमें से कई मशीन व उपकरणों की आपूर्ति हुई है। इसमें कई मशीन उपकरण की आपूर्ति होना अभी बांकी है। इस बैंक का उदघाटन तीन बार टल चुका है। सबसे पहले अगस्त 2018 में उदघाटन की तिथि निर्धारित हुई, लेकिन टल गई। इसके बाद 2 अक्टूबर 2018 की तिथि तय हुई, लेकिन उदघाटन नहीं हो सका। तीसरी बार 26 जनवरी 2019 को उदघाटन तय किया गया, लेकिन यह तिथि भी फेल कर गई। आज भी यह भवन उदघाटन की बाट जोह रही है।

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