हथियार तस्करी में गिरफ्तार मुंगेर के बबल डॉन का नेटवर्क कई जिलों में
दरभंगा। लहेरियासराय थाना क्षेत्र के इमामबाड़ी मोहल्ला से बुधवार की रात पकड़े गए आधा दर्जन हथियार तस्करों के साथ गिरफ्तार मुंगेर जिले का बबल डॉन उर्फ कर्मवीर मिश्रा का नेटवर्क कई जिलों में फैला है। इसका पर्दाफाश उसके मोबाइल से हुआ है।
दरभंगा। लहेरियासराय थाना क्षेत्र के इमामबाड़ी मोहल्ला से बुधवार की रात पकड़े गए आधा दर्जन हथियार तस्करों के साथ गिरफ्तार मुंगेर जिले का बबल डॉन उर्फ कर्मवीर मिश्रा का नेटवर्क कई जिलों में फैला है। इसका पर्दाफाश उसके मोबाइल से हुआ है। बबल डॉन के मोबाइल में कई राज है। संबंधित नंबर व सुराग के आधार पर पुलिस आगे की जांच में जुटी है। इस काम को तकनीकी सेल की टीम लगी है। ताकि, हथियार तस्करी से जुड़े एक-एक लोगों को दबोचा जा सके। अबतक के अनुसंधान में मोबाइल से विभिन्न तरह के अत्याधुनिक हथियारों की तस्वीर मिली है, जिसकी बरामदगी के लिए पुलिस टोह में लगी है। तस्वीर दिखाकर तय होता है हथियार का दाम
पूछताछ में बबल ने स्वीकार किया हैं कि वह अपने ग्राहकों को डील करने के लिए मोबाइल में हथियारों की तस्वीर रखता है। ग्राहकों के पसंद करने पर दाम तय करने के बाद वह निर्धारित स्थल पर हथियार मुहैया करा देता था। उसने दरभंगा में कितने लोगों को हथियार मुहैया कराया है, इस संदर्भ में भी पूछताछ कर सूची बनाई जा रही है। ताकि, एक-एक कर सभी को पकड़ा जा सके। मुंगेर व बेगूसराय पुलिस को भेजी गई गिरफ्तारी की सूचना
वहीं, बबल की गिरफ्तारी की सूचना मुंगेर और बेगूसराय पुलिस को दी गई है। साथ ही आस-पास के जिलों से भी उसके आपराधिक इतिहास को पुलिस खंगालने में जुटी है। थानाध्यक्ष एचएन सिंह स्वयं पूरे मामले की जांच कर हे हैं। गिरोह के अन्य बदमाशों का भी खंगाला जा रहा इतिहास
बबल के साथ पकड़े गए इमामबाड़ी मोहल्ला निवासी सलाउद्दीन उर्फ अब्दुल्ला, रहमगंज का फराज सिद्दीकी, राशिद खान, युसूफ खान व विश्वविद्यालय थानाक्षेत्र के कटहलबाड़ी मोहल्ला निवासी इरशाद उर्फ सोनू खान और एक पिस्टल व बीस कारतूस के साथ फरार नाका नंबर छह निवासी शनि एवं 29 कारतूस के साथ फरार दारूभट्टी चौक स्थित जीएनगंज निवासी मो. नेहाल का भी आपराधिक इतिहास पुलिस खंगाल रही है। हालांकि, पुलिस को इस दिशा में कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है।
दूसरे जिलों की आपराधिक घटनाओं में शामिल रहने की आशंका प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि ये बदमाश दूसरे जिलों में भी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं। अथवा सिर्फ हथियार बेचकर मोटी रकम कमाते हैं। बहरहाल, तकनीकी सेल के रडार पर कई लोग शामिल हैं। इसमें अधिकांश लोग सफेदपोश बताए जा रहे हैं, जो इन लोगों के मोबाइल पर लगातार बात कर रहे थे। इधर, पुलिस फरार शनि और नेहाल को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी करने में जुटी है। बता दें कि बुधवार को पुलिस को हथियार के कारोबार होने की गुप्त सूचना मिली। इसके बाद थानाध्यक्ष सिंह सहित कई पुलिस पदाधिकारियों ने मो. सलाउद्दीन उर्फ अब्दुला के घर छापेमारी कर सभी को दबोच लिया। यहां से 31 कारतूस और चोरी की तीन बाइक जब्त की गई थी।