केंद्र सरकार किसानों से किए वादे से मुकरी, तीन लाख कर चुके आत्महत्या
जिला किसान सभा व खेतिहर मजदूर यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में लहेरियासराय स्थित किसान भवन में गुरूवार को कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया।
दरभंगा । जिला किसान सभा व खेतिहर मजदूर यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में लहेरियासराय स्थित किसान भवन में गुरूवार को कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामअनुज यादव, ललितेश्वर पासवान और प्रमोद ¨सह ने संयुक्त रूप से की। सम्मेलन का उदघाटन करते हुए किसान सभा के राज्याध्यक्ष ललन चौधरी ने कहा कि कृषि संकट पूरे देश में है। बिहार भी कृषि संकट के दौर से गुजर रहा है। कृषि संकट की वजह से लगभग साढ़े तीन लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं। केंद्र सरकार किसानों से किए गए वादे से मुकर रही है। सम्मेलन में सभा के जिला मंत्री श्याम भारती ने रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि जिला में किसान-मजदूरों पर हमले तेज हुए है। वर्षो से जमीन पर बसे भूमिहीनों को पर्चा नहीं दिया जा रहा है। किसान ऊंचे दाम पर यूरिया खरीदने के लिए मजबूर हैं। खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला संयोजक दिलीप भगत ने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा, रोजगार की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। काम नहीं मिलने के कारण मजदूरों का पलायन जारी है। उन्होंने मनरेगा योजना में मजदूरों को काम देने की मांग की। सीपीआईएम के जिला सचिव अविनाश कुमार ठाकुर ने कहा कि वर्तमान में चुनौती से निपटने के लिए किसान मजदूरों को संघर्ष करना होगा। सम्मेलन को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव नंद किशोर शुक्ला ने कहा कि पूरे देश में किसान आंदोलन हो रहा है। इस अवसर पर प्रस्ताव कर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने, किसान-मजदूरों का कर्जा माफ करने, भूमि सुधार की अनुशंसा लागू करने आदि की मांग की गई। साथ ही 12 से 16 फरवरी को पटना में आयोजित बिहार विधानसभा मार्च को सफल बनाने के लिए जीप जत्था निकालने का निर्णय लिया गया। मौके पर महेश दूबे, रामसागर पासवान, रामप्रीत राम, रामधनी झा, मनोज मिश्र, सुधीर पासवान, सुशीला देवी, उमेश राम आदि मौजूद थे।