मातमी धुन पर निकला मुहर्रम का अखाड़ा
मुहर्रम की सातवीं तारीख पर मंगलवार को मातमी धुन पर अखाड़ों का काफिला दरभंगा टावर से मौलागंज स्थित चंदन शहीद अखाड़े तक पहुंच कर शिरनी व फातेहा की रस्म अदा की।
दरभंगा। मुहर्रम की सातवीं तारीख पर मंगलवार को मातमी धुन पर अखाड़ों का काफिला दरभंगा टावर से मौलागंज स्थित चंदन शहीद अखाड़े तक पहुंच कर शिरनी व फातेहा की रस्म अदा की। इससे पहले जगह-जगह नवयुवकों ने जुलूस रोककर नुमाइशी खेल का प्रदर्शन किया। चमचमाती तलवार और कलाबाजी दिखाती लाठीबा•ाों ने ऐसा समा बांधा कि लोग निहारते ही रह गए।
•िाला मुहर्रम कमेटी के सचिव मो. कलीमुद्दीन उर्फ रुस्तम ़कुरैशी के नेतृत्व में शाही अखाड़ा लालबाग, अंसारी टोला लालबाग, कादिराबाद, रुहेलागंज, शुभंकरपुर, कटहलबाड़ी आदि मोहल्ला का अखाड़ों टावर चौक से सुभाष चौक, शिवाजी नगर, नगर थाना, ़िकलाघाट, शाहसुपन, कोतवाली ओपी होते हुए नेशनल सिनेमा के आगे चंदन शहीद के इमामबाड़े पहुंच कर शिरनी व फातेहा के बाद सभी अखाड़े अपने मोहल्ले नुमाइशी खेल दिखाते हुए लौट गए। जुलूस के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। सौहार्द वातावरण कायम रखने के लिए •िाला शांति समिति सदस्य नवीन सिन्हा, अजय जालान, नारद यादव, शरफे आलम तमन्ना के अलावा जिला मुहर्रम कमेटी के दीदार हुसैन चांद, शाह मोहम्मद शमीम, पुट्टू खान, तनवीर आलम, हबीब हुसैन,जहांगीर ़कुरैशी, पप्पू खान, पप्पू इंजीनियर, आफताब अलाम, गुलाम मोहम्मद, रफी नश्तर, मोहम्मद फैसल आदि भी जुलूस के साथ रहे। देर रात तक ़िकलाघाट के मदरसा हमीदिया के प्रांगण में •िाला मुहर्रम कमेटी की ओर से नुमाइशी खेल का भी आयोजन किया गया।
जिसमें विभिन्न अखाड़े के खिलाड़ी लाठी एवं तलवारबा•ाी के फन का प्रदर्शन किया और इन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा।