आंधी-तूफान से कई घर ध्वस्त, भारी तबाही
हायाघाट प्रखंड क्षेत्र में आंधी-तूफान ने कइयों के आशियाने उजाड़ दिए। फूस के बने कई मकान ध्वस्त हो गए। कई घरों के एस्बेस्टस व झोपड़ी के छप्पर उड़ गए।
दरभंगा । हायाघाट प्रखंड क्षेत्र में आंधी-तूफान ने कइयों के आशियाने उजाड़ दिए। फूस के बने कई मकान ध्वस्त हो गए। कई घरों के एस्बेस्टस व झोपड़ी के छप्पर उड़ गए। आंधी-तूफान के कारण बिजली आपूिर्त्त भी पूरी रात चरमराई रही जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई। बता दें कि बुधवार की रात तेज आंधी-तूफान के साथ आई बारिश से जहां एक तरफ लोगों को तपिश भरी गरमी से राहत मिली, वहीं कई लोगों पर यह कहर बन कर बरसा। जिनके घर उजड़ गए वे अभी भी अपने आशियाने को ठीक करने की जद्दोजहद में ही जुटे हैं। आंधी के कारण बिजली आपूर्ति गुरूवार की दोपहर तक ठप ही रही, जिससे लोग दिन भर गर्मी में बिलबिलाते रहे। बिजली के अभाव में लोग मतगणना की जानकारी भी नहीं ले पा रहे थे। बिजली विभाग के अधिकारी व मानव बल गुरुवार दोपहर तक फाल्ट ढूंढने में लगे रहे। बिजली के लिए लोगों में हाहाकार मचा रहा। इधर, पीएचसी में एक विशाल पेड़ गिर पड़ा। आंधी से सबसे ज्यादा प्रभावित सिरनियां पूर्वी रुस्तमपुर पंचायत के इनमाईत मुहल्ला के लोग हुए। दर्जनों लोगों का आशियाना व चाय की दुकान के छप्पर व एस्बेस्टस उड़ गए। पूर्व मुखिया रघुनाथ सहनी का मुर्गी फॉर्म पूरी तरह ध्वस्त हो गया। इनके अलावा मोहल्ला के सुनील सहनी, संजय चौधरी, श्रीनारायण सहनी, शिवप्रसाद सहनी, नथुनी सहनी, चंद्रकला देवी, दशरथ सहनी, गंगा देवी, चंदर सहनी, रामप्रसाद सहनी, गोपाल सहनी, पिकी देवी, वीणा देवी, फूलो देवी, प्रमिला देवी, भुटाई सहनी, नरेश सहनी, सुरेश सहनी, हीरा सहनी, लाल सहनी, रामाकांत सहनी, मुनेश्वर सहनी, सेनी सहनी, शनिचर सहनी के घर को भी क्षति पहुंची है। प्रखंड के 14 पंचायतों में कई घरों के छप्परें उड़ जाने की खबर है। तेज धूप व गर्मी से परेशान लोगों पर मौसम की करवट ने कहर बरपा दिया। आंधी तो चली गई, लेकिन जिनके घर उजड़ गए, उनके लिए बड़ी मुसीबत छोड़ गई। पूर्व मुखिया रघुनाथ सहनी कहते हैं कि मुर्गी फार्म उनकी आजीविका का साधन था जो पूरी तरह बर्बाद हो चुका है।
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