छात्रों की समस्याओं को लेकर गंभीर है लनामिविवि : प्रो. आरके चौधरी
लनामिविवि में पुनर्गठित मीडिया सेल के चेयरमैन प्रो. रतन कुमार चौधरी ने पहला प्रेस बयान जारी कर वीसी के कई कार्यों का महिमा मंडित किया है।
दरभंगा। लनामिविवि में पुनर्गठित मीडिया सेल के चेयरमैन प्रो. रतन कुमार चौधरी ने पहला प्रेस बयान जारी कर वीसी के कई कार्यों का महिमा मंडित किया है। कहा है कि कुलपति प्रो. एसके ¨सह छात्रों के पठन-पाठन एवं सुविधाओं के प्रति काफी गंभीर हैं। योगदान के महज दो महीना के बाद ही शिक्षकों की कमी से जूझते हुए विवि में विश्वविद्यालय- ई-पाठशाला की स्थापना की। जिसके जरिए छात्रों को एक बटन क्लिक करने पर अपने पाठ्यक्रम से संबंधित पाठ्यसामग्री वेबसाइट पर मिल जाएगी। प्रारंभिक दौर में स्नातकोत्तर स्तर पर यह प्रयास हुआ। लेकिन, इसका उपयोग कितना हो रहा है। इस पर भी चर्चा होनी चाहिए।प्रो. चौधरी कहते हैं कि हाल में सत्र 2018-20 से बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में स्नातकोत्तर स्तर पर सीबीसीएस पाठ्यक्रम लागू किया गया है। सत्र नियमित रहने के कारण इस विवि में स्नातकोत्तर सत्र 2018-20 का नामांकन लगभग समाप्त हो चुका है। 16 अगस्त से वर्ग भी प्रारंभ हो गए हैं। लेकिन, नामांकन लेने में छात्रों को क्या परेशानी हुई है। इस पर भी ²ष्टि देने की जरूरत है। आगे से ऐसी परेशानी न हो इस पर भी विवि प्रशासन को ध्यान देना होगा। प्रो. चौधरी का कहना है कि कुलपति ने महसूस किया कि पाठ्यक्रम में कुछ ऐसे विषय हैं जिनका विषय विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं हैं। पहले सेमेस्टर में एबिलीटी इंहेंसमेंट कम्पलसरी कोर्स (एइसीसी-1), दूसरे सेमेस्टर में एइसी, तीसरे सेमेस्टर में एइसीसी-2 एवं चतुर्थ में जेनेरिक इलेक्टिव के अधीन कुछ विषय हैं। कुलपति ने विवि- ई-पाठशाला समिति को तत्काल पहले सेमेस्टर के एइसीसी-1, जिसके अधीन इन्वाइरेमेंटल सस्टेनेबिलिटी एवं स्वच्छ भारत अभियान की पढ़ाई करनी है इसकी पाठ्य सामग्री तैयार कर ई- पाठशाला पर डालने का निर्देश दिया। ई- पाठशाला समिति ने समय पर इसे वेबसाइट पर डाल दिया। जिससे इस विवि के साथ- साथ अन्य विश्वविद्यालयों के छात्र भी लाभान्वित हो सकेंगे। कुलपति के निर्देशन में दूसरे एवं तीसरे सेमेस्टर आरंभ होने से पहले विवि- ई-पाठशाला एइसी एवं एइसीसी-2 की पाठ्यसामग्री भी वेबसाईट पर डाल दी जायगी। कुलाधिपति कार्यालय एवं राज्य सरकार के दिशा निर्देश के आलोक में गेस्ट फैकल्टी की नियुक्ति की प्रक्रिया भी तीव्र गति से चल रही है। अर्थशास्त्र विषय की अंतर्वीक्षा हो चुकी है। अन्य विषयों के लिए तिथि तय कर दी गई है। साल के अंत तक विवि को सभी विषयों में शिक्षकों की भरपाई हो जाएगी। स्नातक दूसरे खंड के परीक्षाफल से छात्रों में उत्पन्न असंतोष को देखते हुए छात्रों से प्राप्त आवेदनों पर उत्तरपुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन आरंभ हो गया है।पुन: छात्रों में असंतोष न हो इसीलिए स्नातक पहले खंड के परीक्षाफल प्रकाशन से पूर्व ही कुलपति प्रो. ¨सह एवं प्रति कुलपति प्रो. जय गोपाल ने सभी विषयों की क्रमरहित (रैंडम) सैंपल उत्तरपुस्तिकाओं को
शिक्षकों से जांच करवाने का आदेश दिया था। इस बार जांचोपरांत ही
परीक्षाफल का प्रकाशन हुआ है। बीएड के छात्रों की मांग पर कौशन मनी वापस करने का निर्णय लिया जा चुका है। जबकि, कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय स्वयं छात्रों की समस्याओं का त्वरित गति से निष्पादन करने के लिए सतत प्रयत्नशील रहते हैं। इस सबके बावजूद विवि प्रशासन अपनी कई कार्य को लेकर चर्चित है। जिस पर ध्यान देने पर यह खबर संपूर्ण होती। फिर तो आम के आम और गुठली के दाम भी इन्हें मिल जाता।