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भुखमरी के कगार पर आइटीआइ अतिथि अनुदेशक, लॉकडाउन काल से नहीं मिला वेतन

कोट अतिथि अनुदेशकों की सैलरी लॉकडाउन अवधि से बकाया है बिहार सरकार की ओर से अि

By JagranEdited By: Published: Mon, 31 Aug 2020 12:48 AM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2020 12:48 AM (IST)
भुखमरी के कगार पर आइटीआइ अतिथि अनुदेशक, लॉकडाउन काल से नहीं मिला वेतन
भुखमरी के कगार पर आइटीआइ अतिथि अनुदेशक, लॉकडाउन काल से नहीं मिला वेतन

कोट : अतिथि अनुदेशकों की सैलरी लॉकडाउन अवधि से बकाया है, बिहार सरकार की ओर से अतिथि अनुदेशकों को वेतन भुगतान को ले अभी तक कोई गाइडलाइन जारी नहीं किया गया है। गाइडलाइन जारी होते ही सभी अतिथि अनुदेशकों का लॉकडाउन अवधि का बकाया भुगतान कर दिया जाएगा। गीता कृष्णन, प्राचार्य आईटीआई रामनगर दरभंगा । जिले के विभिन्न आइटीआइ में कार्यरत अतिथि अनुदेशकों के सामने इन दिनों भूखमरी की स्थिति आन पड़ी है। अतिथि अनुदेशक विगत पांच माह से आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। अतिथि अनुदेशकों ने लंबित वेतन भुगतान को ले विधायक, एमएलसी, मंत्री से ले मुख्यमंत्री तक गुहार लगाई है। श्रम संसाधन विभाग के पूर्व अपर मुख्य सचिव सुधीर कुमार ने लॉकडाउन अवधि का लंबित वेतन भुगतान करने को ले विभाग को लिखा था। लेकिन इसके बाद भी अभी तक अतिथि अनुदेशकों के लंबित वेतन का भुगतान नहीं हो सका है। --------------- जिले में तीन आईटीआई के अतिथि अनुदेशकों का भुगतान पांच माह से लंबित जिले के विभिन्न आइटीआइ में कार्यरत 38 अतिथि अनुदेशकों की सैलरी लॉकडाउन अवधि से लंबित है। आइटीआइ रामनगर में 26, बिरौल आइटीआइ में 10 एवं महिला आइटीआइ में दो अतिथि अनुदेशक कार्यरत हैं। इन सभी के सामने भुखमरी की स्थिति आन पड़ी है। बता दें कि आईटीआई बेनीपुर एवं आईटीआई जयनगर के छात्रों की क्लास आइटीआइ रामनगर में चल रही है। --------------- अतिथि अनुदेशकों में भुगतान नहीं मिलने को ले रोष जिले के 38 अतिथि अनुदेशक सहित बिहार में कुल 1222 अतिथि अनुदेशकों की स्थिति वर्तमान में भूखमरी के कगार पर पहुंच गई है। सरकार सभी के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। आइटीआइ रामनगर में बीते चार साल से अतिथि अनुदेशक कार्यरत हैं। सभी अपने कार्य के प्रति काफी वफादार है। लेकिन, बिहार सरकार अतिथि अनुदेशकों को लॉकडाउन अवधि का वेतन भुगतान नहीं कर रही है। जबकि संस्थान में कार्यरत स्थायी शिक्षकों का वेतन भुगतान किया जा रहा है। किशोर कुमार, कार्यकारिणी सदस्य - अतिथि अनुदेशक संघ। -------------- विगत पांच माह की अतिथि अनुदेशकों की सैलरी नहीं मिली है। इस कारण आर्थिक मंदी झेलनी पड़ रही है। सरकार लॉकडाउन अवधि का वेतन जारी नहीं कर रही है। अगर स्थिति यही रही तो सभी अतिथि अनुदेशक आंदोलन को बाध्य होंगे। संतोष कुमार, जिला अध्यक्ष, अतिथि अनुदेशक संघ। ------------

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