कुटीर एवं घरेलू उद्योग की जानकारी आत्मनिर्भरता की कुंजी : डॉ. मुश्ताक अहमद
महाविद्यालय का कार्य केवल छात्र-छात्राओं को पाठ्यक्रम पढ़ा कर डिग्री दिलाना नहीं है बल्कि छात्रों के अंदर जो छिपी हुई प्रतिभा है उसे जागृत करना है और इसको प्रोत्साहित भी करना है।
दरभंगा । महाविद्यालय का कार्य केवल छात्र-छात्राओं को पाठ्यक्रम पढ़ा कर डिग्री दिलाना नहीं है बल्कि छात्रों के अंदर जो छिपी हुई प्रतिभा है उसे जागृत करना है और इसको प्रोत्साहित भी करना है। उक्त बातें सीएम कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. मुश्ताक अहमद ने कहीं। वे कॉलेज के महिला प्रकोष्ठ की ओर से कौशल विकास के अंतर्गत कार्यशाला के उदघाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने महिला प्रकोष्ठ को इस आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि अभी छात्राओं के भविष्य के लिए अनेक स्वर्णिम अवसर उपलब्ध है। पर्यावरण की ²ष्टि से कार्यशाला के महत्व पर भी प्रकाश डाला गया। कहा कि दीपावली के पूर्व प्रदूषण मुक्त सजावट के लिए जो दीप, तोरण, रंगोली आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है वह बहुत महत्वपूर्ण है। यदि हम अपनी छात्राओं को कुटीर एवं घरेलू उद्योग का प्रशिक्षण महाविद्यालय स्तर पर देते हैं तो भविष्य में वह आत्मनिर्भर होंगी। कौशल विकास योजना के अंतर्गत जितनी भी स्कीम हैं यदि ईमानदारी से उसका प्रशिक्षण छात्राओं को दिया जाए तो पढ़ने के साथ-साथ उनके लिए आमदनी का स्त्रोत भी बन सकती है। इस अवसर पर मार्के¨टग मैनेजर पीडी लाइट रवि वर्मा ने कहा कि छात्रों को रोजगार की ओर उन्मुख किया जा सकता है। जिन छात्राओं को आगे बढ़ने की रुचि होगी उन्हें वृहत प्रशिक्षण दिया जाएगा। महिला प्रकोष्ठ की समन्वयक ने छात्राओं से कहा कि स्वरोजगार की ओर उन्मुख करना महिला प्रकोष्ठ का मुख्य उद्देश्य है। ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन के लिए महिला प्रकोष्ठ प्रतिबंध है। महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्षा प्रोफेसर इंदिरा झा ने कहा कि इस तरह का कार्यक्रम भविष्य में भी किया जाता रहेगा ताकि छात्राओं को विभिन्न प्रकार के कौशल का प्रशिक्षण दिया जा सके। डॉ. प्रीति कनोडिया ने अतिथियों का स्वागत किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शिप्रा सिन्हा ने किया। मौके पर महिला प्रकोष्ठ की सदस्य पुनीता कुमारी, रागिनी रंजन, आयुषी ने सक्रिय भागीदारी दी। प्रशिक्षक के रूप में आकाश राज, हिमांशु रत्नम, अनिल कौशल, अंग्रेजी विभाग की डॉ. मंजू राय आदि उपस्थित थी।
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