राष्ट्रीय लोक अदालत में आम लोगों के विचारों को ही दिया जाता कानूनी रुप : जिला जज
दरभंगा। चतुर्थ राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन शनिवार को किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत की शुरुआत जिला व सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के अध्यक्ष राजकुमार सिंह बार एसोसिएशन का अध्यक्ष रविशंकर प्रसाद महासचिव कृष्ण कुमार मिश्र व प्राधिकार के सचिव संजीव कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर की।
दरभंगा। चतुर्थ राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन शनिवार को किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत की शुरुआत जिला व सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के अध्यक्ष राजकुमार सिंह, बार एसोसिएशन का अध्यक्ष रविशंकर प्रसाद, महासचिव कृष्ण कुमार मिश्र व प्राधिकार के सचिव संजीव कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर की। लोक अदालत में कुल 15 खंडपीठों का गठन किया गया। सभी खंडपीठ में एक न्यायिक पदाधिकारी के अलावा एक पैनल अधिवक्ता व न्यायालयकर्मी शामिल थे। राष्ट्रीय लोक अदालत में खंडपीठ के सामने कुल 591 मामला समक्षौता के लिए प्रस्तुत किया गया, जिसमें से 559 मामलों को आपसी सहमति से निपटाया गया। वहीं बिजली, बीएसएनएल, बैंक व क्लेम मामलों में 3,3,18,0268.83 (तीन करोड़ 31 लाख 80 हजार 268 रुपये 83 पैसे) रुपये पर पक्षकारों के बीच समझौता हुई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला जज ने कहा कि आज पूरे भारत वर्ष में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ है। यह आम लोगों की ही अदालत है। यहां आमलोगों के विचार को ही कानूनी रूप दिया जाता है। स्वस्थ व सुंदर समाज का निर्माण इसका मुख्य उद्देश्य है। मुकदमें से निजात पाने के लिए समझौता समय की मांग है। मौके पर एडीजे अनायत करीम, अक्षय कुमार सिंह, संपत कुमार, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राज कुमार चौधरी, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विनय शंकर, दीपक कुमार, संजय प्रिया, प्रभात कृष्णा अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी दीपांजन मिश्रा, प्रथम मुंशिफ रोहित कुमार, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी रोमी कुमारी, अश्वनी कुमार, स्मिता कुमारी, सुधीर कुमार पासवान, ललन कुमार रजक, अधिवक्ता माया शंकर चौधरी, गौरीशंकर चौधरी, अल्पना कुमारी, संजय कुमार ठाकुर, गणेश साह, ललन कुमार, तौशिफ अहमद, चंपा मुखर्जी, विपिन कुमार, रमेश कुमार सिंह, संजय कुमार, राम सागर ठाकुर सहित बैंक के अधिवक्ता सोहन कुमार सिन्हा, संजय कुमार झा व भारी संख्या में पक्षकार और न्यायालयकर्मी मौजूद थे।
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