हमारी संस्कृति व अस्मिता से जुड़ी है ¨हदी : डॉ. चंद्रशेखर
¨हदी भारत की संस्कृति का प्रतीक है। यह हमारी संस्कृति एवं अस्मिता से जुड़ी हुई है।
दरभंगा। ¨हदी भारत की संस्कृति का प्रतीक है। यह हमारी संस्कृति एवं अस्मिता से जुड़ी हुई है। जिला पदाधिकाररी डॉ चंद्रशेखर ¨सह ने समाहरणालय स्थित अंबेडकर सभागार में ¨हदी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि स्वाधीनता आंदोलन में भी देश को एक सूत्र में बांधने में ¨हदी की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है । उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी कार्यालयों में शत-प्रतिशत काम अब ¨हदी में ही होते हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि सभी भाषाएं महत्वपूर्ण हैं एवं सब के प्रति सम्मान का भाव रखने की जरूरत है। कार्यक्रम में लनामिविवि के प्रो. सुरेंद्र प्रसाद सुमन ने बताया कि ¨हदी जन जन की भाषा है। इसके रचनाकारों ने इसे नई ऊंचाई दी है। उन्होंने ¨हदी एवं उर्दू दोनों को सहोदरी बताई । प्रो. बी बी एल दास ने बताया कि भाषा ज्ञानार्जन में सहायक है । उन्होंने ¨हदी को एक वैज्ञानिक भाषा बताते हुए कहा कि यह रोजगार प्राप्ति में भी काफी सहायक है। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने भी ¨हदी के प्रति अपने विचार रखें। रोजगार उन्मुख शिक्षा के विकास में ¨हदी की भूमिका विषय पर हुई निबंध लेखन प्रतियोगिता में अव्वल आए बच्चों को जिलाधिकारी ने पुरस्कार देकर प्रोत्साहित भी किया। इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी महेश प्रसाद ¨सह, सहायक समाहर्ता विवेक रंजन ,डीपीआरओ लालबाबू समेत काफी संख्या में शिक्षाविद, साहित्यप्रेमी, स्कूली बच्चे एवं अन्य उपस्थित थे।