मतदान में आधी आबादी का दिखा उत्साह, पुरूषों पर रही भारी
दरभंगा। हायाघाट प्रखंड के 14 पंचायतों के 103 मतदान केंद्रों पर सोमवार को भारी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच भयमुक्त होकर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस दौरान कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।
दरभंगा। हायाघाट प्रखंड के 14 पंचायतों के 103 मतदान केंद्रों पर सोमवार को भारी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच भयमुक्त होकर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस दौरान कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। शाम पांच बजे के बाद आठ उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया। उपचुनाव के मद्देनजर हायाघाट विधानसभा क्षेत्र की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया था। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनात थी। लगभग 45 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सुबह ठीक 7 बजे मतदान शुरू हुआ। शुरुआती दौर में मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कम भीड़ देखी गई। लेकिन जैसे-जैसे मतदाताओं में उत्साह का माहौल देखा गया। विभिन्न बूथों पर लंबी कतारें देखने को मिली। महिलाएं व पुरुष अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए कतार में खड़े रहे। वहीं, बुजुर्ग एवं महिला मतदाता सुबह ही घर से निकल लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेने मतदान केंद्र पहुंच गई।उत्क्रमित मध्य विद्यालय होरलपट्टी स्थित हायाघाट विधानसभा क्षेत्र का एकमात्र इकलौता आदर्श मतदान केंद्र संख्या 87 पूरी तरह सुसज्जित नजर आया। उक्त केंद्र पर मेडिकल टीम पूरी तरह मुस्तैद दिखी। वहीं, चलने में असमर्थ बुजुर्गों व दिव्यांगों को सहारा देकर मतदान केंद्र तक पहुंचाया जा रहा था। प्रखंड के राजकीय बुनियादी विद्यालय मझौलिया स्थित बूथ संख्या 83 व उत्क्रमित मध्य विद्यालय होरलपट्टी आदर्श मतदान केंद्र संख्या 87 पर एक घंटा तक ईवीएम व वीवीपैट में खराबी के कारण मतदान देर से शुरू हुआ। इधर, प्रमंडलीय आयुक्त मयंक बड़बड़े ने बांसडीह, घोषरामा, रसूलपुर, चकवा भरवाड़ी, हथौड़ी आइबी, पेठियागाछी, होरलपट्टी आदर्श मतदान केंद्रों का जायजा लिया। मौके पर बीडीओ राकेश कुमार, सीओ कमल प्रसाद साह मौजूद थे। संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील बूथों पर बीएमपी, एसआरएएफ, अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया था। जिला से आए दंगा नियंत्रण वाहन पर सवार सीआइटी के जवान अपने पदाधिकारी के साथ मुस्तैद थे। प्रखंड के मोहम्मदपुर सिरनियां के लोगों ने अधवारा समूह की नदी को पार कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं, जदयू जिलाध्यक्ष प्रो. विनय कुमार चौधरी ने अपने गांव विशनपुर पहुंचकर मतदान केंद्र संख्या 62 पर अपना मतदान किया। इधर, प्लस टू ललितेश्वर मधुसूदन उच्च विद्यालय आनंदपुर स्थित कंट्रोल रूम की बागडोर सहायक निर्वाची पदाधिकारी सह अपर समाहत्र्ता विभूति रंजन चौधरी संभाल रहे थे। इस दौरान वे बीडीओ राकेश कुमार, सीओ कमल प्रसाद साह प्रखंड के सभी बूथों की बारी-बारी से जानकारी ले रहे थे। सदर इंस्पेक्टर सुबोध चौधरी, एपीएम थानाध्यक्ष मो. जजा अली, हायाघाट थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार अमर, पतोर ओपी प्रभारी सुभाष चंद्र मंडल पूरे दिन मतदान केंद्रों का जायजा लेते रहें।
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पहले मतदान, उसके बाद जलपान के संकल्प के पास मतदान केंद्रों पर पहुंची आधी आबादी
लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेने को आतुर महिलाएं सुबह पांच बजे ही घर का कामकाज निपटाकर मतदान केंद्रों पर समय से पूर्व पहुंचने लगी। इसका जीता-जागता उदाहरण मझौलिया गांव के राजकीय बुनियादी विद्यालय स्थित बूथ संख्या 82 व 83 पर देखने को मिला। खासकर चंदनपट्टी स्थित अनुसूचित जाति दरवाजा बूथ संख्या 94 व मध्य विद्यालय चंदनपट्टी स्थित बूथ संख्या 91, 92 व 93 पर महिलाओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। आधी आबादी के चेहरे पर मतदान के प्रति जबर्दस्त उत्साह दिख रहा था। केंद्र संख्या 83 पर कतार में खड़ी माला प्रसाद, उर्मिला देवी, सूर्यकला देवी, अंजली देवी आदि ने बताया कि पहले मतदान, उसके बाद जलपान का संकल्प को पूरा करने के लिए आधी आबादी को सुबह से ही कतार में खड़ा होना पड़ा। वहीं, कतार में खड़े रमेश प्रसाद, हरिनारायण मंडल आदि ने बताया कि महिलाओं का मतदान के प्रति उत्साह देख पुरुष भी अपने-अपने घरों से निकले। इधर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय होरलपट्टी स्थित मतदान केंद्र संख्या 88 पर वृद्ध देवकांत झा व सत्यनारायण झा दूसरे के सहारे मतदान को पहुंचे।
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मतदान के बाद चौक-चौराहे पर जीत को ले लगाए जा रहे कयास
समस्तीपुर संसदीय उपचुनाव संपन्न होने के बाद अब लोगों में किसके सर सजेगा ताज को लेकर चर्चा जोरों पर है। चौक-चौराहा, चाय-पान की दुकान और बैठकों में इसी बात पर माथापच्ची चल रही है। हालांकि, तीन दिन बाद यानि 24 अक्टूबर को जब मतों की गिनती होगी तो यह तय हो जाएगा कि समस्तीपुर लोकसभा सीट से सांसद कौन होंगे। चाय-नाश्ते की दुकान पर समर्थक अपने चहेते उम्मीदवार के जीत-हार के गणित को सुलझाने में उलझे हुए हैं। मतदाताओं की चुप्पी से समर्थकों में बैचेन है। बता दें कि चुनाव खत्म होते ही आठ प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया। कयास लगाए जा रहे है कि सीधा मुकाबला एनडीए उम्मीदवार प्रिस पासवान और कांग्रेस के अशोक राम के बीच होगा।
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