महंगाई कम करने पर ठोस उपाय करे सरकार, घर का बजट सुधरे
केंद्र सरकार का आम बजट आने वाला है। हर बजट में सरकार मंहगाई कम होने का दावा करती है।
दरभंगा । केंद्र सरकार का आम बजट आने वाला है। हर बजट में सरकार मंहगाई कम होने का दावा करती है। लेकिन, सच्चाई तो यही है कि मंहगाई लगातार बढ़ती ही जा रही है। इससे अगर सबसे अधिक कोई प्रभावित होता है तो वह है घर का रसोई। मंहगाई के कारण घरों का बजट बिगड़ता जा रहा है। गृहिणियों के लिए यह ¨चता की बात है। गृहणियां हर बजट में सरकार से बस यही उम्मीद लगाए रहती हैं कि महंगाई कम हो और घर का बजट सुधर जाए। इस बार भी आम महिलाएं सरकार से बजट में ऐसे प्रावधान चाहती हैं जिससे रसोई का खर्च कम हो, मंहगाई कम हो। चुनाव से पहले आने बजट से महिलाएं विशेष उम्मीद लगाए बैठी हैं। रसोई का बजट तो लगातार बिगड़ता ही जा रहा है। सरकार हर साल मंहगाई कम होने का दावा ही करती है। मंहगाई है कि कम होने का नाम ही नहीं ले रहा। हर चीज की कीमत आसमान छू रही है। इस पर किसी का ना नियंत्रण है, ना ध्यान। घर चलाना मुश्किल होता जा रहा है।
- ज्योत्सना खरगा सरकार बजट में ऐसे प्रावधान लाए जिससे लोगों के घर का बजट सही रहे। घर का पूरा बजट बिगड़ चुका है। हर चीज मंहगी हो चुकी है। अब भी अगर सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए तो मंहगाई और अधिक ही होगी। किसान के फसल का समर्थन मूल्य सरकार मंहगाई भत्ता, आवास भत्ता आदि जोड़ कर दे।
- प्रभा कुमारी मंहगाई कम करने के नाम पर ही सरकार ने वोट मांगा था। अब तो सरकार का टर्म भी पूरा हो रहा है, लेकिन मंहगाई कम होने के बदले बढ़ती ही जा रही है। इस बार तो सरकार का पांचवां बजट है, कम से कम इसमें तो आम गृहिणियों की स्थिति पर सरकार विचार करे।
- शिखा कुमारी अनाज से लेकर सब्जियों तक के दाम आसमान छू रहे हैं। घर चलाना मुश्किल होता जा रहा है। सरकार का इस पर कोई ध्यान ही नहीं है। खाने-पीने की चीजें महंगी होने से आम लोग त्रस्त हैं। इस बजट से उम्मीद है कि सरकार इस तरफ ध्यान देगी, चुनाव जो होने वाले हैं।
- राधा कुमारी घरेलू बजट पूरी तरह बिगड़ चुका है। गैस सब्सिडी के नाम पर सरकार ने गैस की कीमत बढ़ा दी। बोझ तो आम लोगों को ही सहना पड़ रहा है। चावल, गेहूं, दाल, तेल, हरी सब्जि, सब के दाम बढ़े हुए हैं। पर्व-त्योहार या लगन के समय में तो मंहगाई और बढ़ जाती है। इसे देखना सरकार का ही काम है।
- अंकिता झा सरकार नीति तो बनाती है, लेकिन उसका फायदा आम लोगों को कहां मिल रहा है। सब लूटने में लगे हुए हैं। पर लुट रहा है आम परिवार। दिन-रात मेहनत करने के बाद भी घर चलाना मुश्किल है। इसका कारण है मंहगाई। नीतियां कागज पर ही बन रही है, उसका असर नहीं दिख रहा।
- प्रियंका कुमारी सरकार के दावे के बावजूद बाजार में कालाबाजारी जारी है। ऐसे में मंहगाई कम होने वाली नहीं है। सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए। उम्मीद है कि इस बार बजट में सरकार इन बातों का ध्यान रखेगी। खाने-पीने के सामानों की कीमत कम हो, इसके लिए कड़े निर्णय सरकार को लेने चाहिए।
- उर्मिला सिन्हा सरकार बस बयानबाजी करती है। गरीबों के लिए तो सरकार योजनाएं बनाती है, लेकिन मध्यमवर्ग को सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ रखा है। सब सरकार का हाल एक ही है। इसी का नतीजा है कि आज मध्यम वर्ग के घरों का बजट बिगड़ा हुआ है। बजट में ठोस उपाय करे सरकार।
- जया कुमारी दरभंगा-समस्तीपुर दोहरीकरण कार्य जल्द हो पूरा, लोगों को मिले लाभ :
जासं, दरभंगा : वर्तमान केंद्र सरकार के चुनाव से पूर्व आने वाले बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं। विशेषकर रेल के क्षेत्र में लंबे अरसे से अधर में लटके दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड के दोहरीकरण को लेकर लोगों में अधिक जिज्ञासा है कि यह कब पूरा होगा। मिर्जापुर के राकेश रंजन, बेलवागंज के मो. असलम, लालबाग के संजीव श्रीवास्तव, बलभद्रपुर के रजनीश कुमार झा, सैदनगर के रंजन ठाकुर आदि ने कहा कि रेल बजट में सरकार ऐसी योजनाएं लाए जिससे आम लोगों को सुविधा मिले। ट्रेनों में भीड़ अत्यधिक है। विशेषकर लोकल ट्रेनों की स्थिति ज्यादा खराब है। लंबी दूरी की ट्रेनों की संख्या कम होने के कारण उनमें भी सफर करना मुश्किल होता जा रहा है। दरभंगा-समस्तीपुर दोहरीकरण पूरा नहीं होने से स्थिति ज्यादा खराब है। उम्मीद है कि चुनाव से पहले आने वाले इस बजट में सरकार मिथिलांचल के लिए कई सौगात देने वाली है।