मुंबई से 1426 प्रवासियों को लेकर पहुंची पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन
दरभंगा। लॉकडाउन के बीच जंक्शन पर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है। बीते 10 दिनों में आंध्रप्रदेश केरल कोटा महाराष्ट्र पंजाब गुजरात कर्नाटक मुंबई से कुल 12 ट्रेनें पहुंच चुकी हैं।
दरभंगा। लॉकडाउन के बीच जंक्शन पर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है। बीते 10 दिनों में आंध्रप्रदेश, केरल, कोटा, महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, कर्नाटक, मुंबई से कुल 12 ट्रेनें पहुंच चुकी हैं। शुक्रवार को मुंबई से एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन दरभंगा पहुंची। इसमें 1426 प्रवासी सवार थे। खबर लिखे जाने तक पटियाला और बेंगलुरु से चली एक-एक श्रमिक स्पेशल ट्रेनें क्रमश: सोनपुर और मुजफ्फरपुर पहुंची थी। उक्त दोनों ट्रेनों में 24 सौ से अधिक यात्री के सवार होने की सूचना है। बता दें कि मुंबई से खुली पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन निर्धारित समय से 16 घंटे लेट पहुंची। इसमें कुल 1426 प्रवासी कामगार और स्टूडेंट्स सवार थे। नॉन ऐसी ट्रेन में गर्मी से बेहाल यात्रियों को सफर में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ट्रेन के सभी कोचेज नॉन एसी होने से सभी वर्ग के यात्री तेज धूप और उमस से बेहाल थे। जंक्शन पर उतरते ही सभी पानी और खाने की तलाश में लगे थे। दरभंगा सहित सूबे के अन्य जिलों के प्रवासियों के पहुंचने की सूचना है। प्रवासियों को ले जाने के लिए दरभंगा सहित अन्य जिलों की बसें जंक्शन के बाहर खड़ी थी। सभी बसों को नगर निगम के कर्मी सैनिटाइज्ड कर रहे थे। मुंबई से पहुंची स्पेशल ट्रेन में कामगार सहित स्टूडेंट्स की बड़ी संख्या देखी गई। बता दें कि मुंबई से पहली स्पेशल ट्रेन दरभंगा पहुंची। काफी गहमागहमी के बीच ट्रेन के पहुंचने के बाद प्रवासियों के चेहरे पर सुकून दिख रहा था। ट्रेन में सवार सभी प्रवासियों को रेलकर्मी आरपीएफ जीआरपी जिला पुलिस जिला प्रशासन की देखरेख में प्लेटफार्म नंबर एक पर एक-एक कर उतारा गया। कामगारों और स्टूडेंट्स को प्लेटफार्म नंबर एक पर ही मेडिकल टीम के कर्मी स्क्रीनिग और रजिस्ट्रेशन कर रहे थे। मेडिकल टीम के सदस्य स्टूडेंट्स को होम क्वारंटाइन की मोहर लगा रहे थे। जिला प्रशासन की टीम के सदस्य माइक से घोषणा कर यात्रियों से दूरी बनाने सहित अपने अपने कोचेज से एक-एक कर उतरने की अपील कर रहे थे। जिला प्रशासन की ओर से यात्रियों को पूरी, सब्जी, मिठाई के पैकेट और पानी की बोतल दी गई। मौके पर तैनात मेडिकल टीम के सदस्य सभी यात्रियों का बारी-बारी रजिस्ट्रेशन व स्क्रीनिग करते दिखे। इसके बाद सभी को बसों में बिठाकर अपने अपने जिले की ओर भेजा गया। पुलिस-प्रशासन की टीम लोगों से शारीरिक दूरी बनाए रखने और शांतिपूर्वक जिला वाइज बसों में चढ़ने का दिशा-निर्देश दे रही थी।
----------
टिकट किराया और खाने-पीने के नहीं लिए गए पैसे :
मुंबई से पहुंचे प्रवासियों ने बताया कि काफी दिक्कतों के बाद मुंबई प्रशासन के आधिकारिक साइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन हो सका। मुंबई प्रशासन की ओर से मोबाइल नंबर पर फोन और एसएमएस के माध्यम से एक दिन पूर्व यात्री करने की मंजूरी मिली। रेलवे की ओर से ना तो यात्री किराया लिया गया और ना ही खाने-पीने की दिक्कतें हुई। सफर में खाने-पीने की मुकम्मल व्यवस्था थी।
-------------