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ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के तहत डीएम ने छह लाभुकों को सौंपी गाड़ी की चाबी

बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका) के तहत आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को सेवन प्लस वन सीट वाले 6 वाहनों का वितरण किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 May 2018 12:45 AM (IST)Updated: Sat, 26 May 2018 12:45 AM (IST)
ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के तहत डीएम ने छह लाभुकों को सौंपी गाड़ी की चाबी
ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के तहत डीएम ने छह लाभुकों को सौंपी गाड़ी की चाबी

दरभंगा। बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका) के तहत आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को सेवन प्लस वन सीट वाले 6 वाहनों का वितरण किया गया। समाहरणालय स्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर ¨सह ने किया। डीएम ने कहा कि आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना का उद्देश्य पिछड़े हुए ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षित, किफायती और सामुदायिक निगरानी में ग्रामीण परिवहन की सुविधा प्रदान करके प्रमुख सेवाओं और सुविधाओं से दूरस्थ गांवों को जोड़ना है। जिससे उस क्षेत्र का आर्थिक विकास एनआरएलएम की रूपरेखा के अनुसार हो सके। योजना अन्तर्गत स्वयं सहायता संगठन के सदस्यों को वैकल्पिक आय के साधन के रूप में सार्वजनिक परिवहन की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस योजना अंतर्गत अधिकतम 8 लाख रुपये लाभुक को दिया जाना है, जिसमें अधिकतम 6.5 लाख गाड़ी खरीदने व अधिकतम 1.5 लाख रूपये रख-रखाव के लिये दिया जाना है। उपरोक्त ऋण की राशि को 6 साल में 72 किश्तों में लाभुक को वापस करना है। दरभंगा जिला में फिलहाल कुल 18 वाहनों को देने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से कुल 6 वाहनों का वितरण किया जा रहा है। शेष 12 वाहन शीघ्र ही लाभुकों को उपलब्ध करवा दिया जाएगा। वहीं, डीडीसी कारी प्रसाद महतो ने कहा कि पूरे राज्य में पहली बार दरभंगा जिला से ही वाहन वितरण योजना की शुरूआत की जा रही है। अभी तक कुल 30 उत्पादन समूहों का गठन किया जा चुका है। जिसमें लहठी निर्माण, आर्ट एंड क्राफ्ट, मुर्गी पालन, अगरबत्ती निर्माण, नीरा उत्पादन, अन्य कृषि एवं गैर कृषि संबंधी आदि कार्य संपादित हो रहे हैं। दीन दयाल उपाध्याय कौशल योजना के माध्यम से कुल 2893 युवाओं को रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण दिया गया है। जिसमें से 1356 युवाओं का विभिन्न संस्थानों के माध्यम से प्लेसमेंट किया जा चुका है। जिला परियोजना प्रबंधक मुकेश तिवारी सुधांशु ने बताया कि जीविका परियोजना की शुरुआत 2 अक्टूबर 2007 को बिहार सरकार के द्वारा विश्व बैंक की सहायता से बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति के रूप में की गई थी। दरभंगा में जीविका की शुरुआत अक्टूबर 2012 में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत शुरू की गई। इसकी शुरुआत बहेड़ी, दरभंगा सदर, बहादुरपुर व बिरौल चार प्रखंडों में की गई। वर्तमान में दरभंगा जिला के सभी 18 प्रखंडों में इसका संचालन हो रहा है। इसमें समूह गठन, प्रशिक्षण, वित्तीय समावेशन पर विशेष ध्यान दिया जाता है। दरभंगा जिला में कुल 26 हजार 910 स्वंय सहायता समूहों का निर्माण किया जा चुका है। इससे कुल 3 लाख 11 हजार 501 परिवारों को जोड़ा गया है। कार्यक्रम का संचालन वरीय उप समाहत्र्ता रविंद्र कुमार दिवाकर ने किया। कार्यक्रम के अंत में जिला पदाधिकारी ने गाड़ियों की चाभी लाभुकों को सौंपी। मौके पर सहायक समाहत्र्ता सह प्रशिक्षु आईएएस विवेक कुमार मैत्रेय, निदेशक डीआरडीए मो. वशीम अहमद, परियोजना प्रबंधक समीर कुमार, जिला जन संपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार आदि मौजूद थे।

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