दीक्षा समारोह में तीन विभूतियों को दी जाएगी डी.लिट की मानद उपाधि
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में सोमवार को कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार ¨सह की अध्यक्षता में विद्वत परिषद की बैठक हुई।
दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में सोमवार को कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार ¨सह की अध्यक्षता में विद्वत परिषद की बैठक हुई। इसमें 12 मार्च को होने वाले दीक्षा समारोह को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय किए गए। सर्वसम्मति से तय हुआ कि दीक्षा समारोह में इस बार तीन विभूतियों को डी.लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। उपाधि पाने वालों में हाल ही में पद्मश्री पुरस्कार के लिए चयनित मिथिला पें¨टग की प्रसिद्ध वयोवृद्ध कलाकार गोदावरी दत्त, सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक पद्मश्री डॉ. ¨वदेश्वर पाठक व पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्मश्री डॉ. सीपी ठाकुर का नाम चयनित किया गया है। कुलपति ने बैठक में बताया कि इसी वर्ष नवंबर माह में फिर से दीक्षा समारोह का आयोजन किया जाएगा जिसमें वर्ष 2019 की डिग्रियों का वितरण किया जाएगा। इस प्रकार दीक्षा समारोह के मामले में भी विश्वविद्यालय साल के बीतते अपडेट हो जाएगा। मार्च में आयोजित होने वाला दीक्षा समारोह अब तक का सबसे बड़ा समारोह होगा। इसमें अब तक हुए दीक्षा समारोह की अपेक्षा सबसे अधिक लगभग 26 सौ छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की जा रही है। विश्वविद्यालय के अलावा कॉलेजों में आयोजित होने वाले दीक्षा समारोह के नियमावली प्रारूप को भी विद्वत परिषद ने स्वीकृति दे दी। बैठक में कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय, कुलानुशासक डॉ. अजीत कुमार चौधरी, डॉ. मुश्ताक अहमद, डॉ. रहमतुल्लाह, डॉ. श्याम चंद्र गुप्त, डॉ. शौकत अंसारी, डॉ. विनोद कुमार चौधरी, डॉ. अजीत कुमार ¨सह, डॉ. हरेकृष्ण ¨सह, डॉ. अनिल कुमार झा, डॉ. शीला, डॉ. जीवछ यादव, डॉ लावण्य कीर्ति ¨सह काव्या, प्रो. चंद्रभानु प्रसाद ¨सह समेत अन्य सदस्य मौजूद रहे।
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पीएचडी व एमएससी बायोटेक्नोलॉजी की दो भाषाओं में होगी डिग्री :
अब विश्वविद्यालय से पीएचडी एवं एमएससी बायोटेक्नोलॉजी कोर्स पूरा करने वालों को अब ¨हदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में डिग्री मिलेगी। प्रमाण पत्र का आकार भी छोटा कर दिया गया है। अब इन छात्रों को ए फोर साइज में डिग्री प्रदान की जाएगी। परीक्षा परिषद से पारित इस प्रस्ताव पर विद्वत परिषद ने मुहर लगा दी है। बीसीए व बीबीए के लिए जारी होने वाले प्रमाण पत्र भी अब कंप्यूटरीकृत होंगे, इसका प्रारूप भी स्वीकृत कर लिया गया। इसके साथ ही विभिन्न परीक्षाओं के लिए निर्गत होने वाले अंकपत्र व मूल प्रमाण पत्रों के कंप्यूटरीकृत प्रारूप को भी हरी झंडी दे दी गई।
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कई पाठ्यक्रमों को मिली स्वीकृृति :
बैठक में कई पाठ्यक्रमों के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर में स्कील इनहांसमेंट कोर्स के अंतर्गत पढ़ाए जाने के लिए दो विषयों इनवायरमेंटल लॉ और कंप्यूटर एंड आईटी स्कील के पाठ्यक्रमों का अनुमोदन कर दिया गया। भाषा शिक्षण में एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स एवं प्रारंभिक भाषा शिक्षण में छह माह के सर्टिफिकेट कोर्स के प्रारूप को भी स्वीकृति मिली। स्नातकोत्तर संगीत एवं नाट्य विभाग में मैनेजमेंट इन म्यूजिक एंड ड्रामेटिक्स के छह माह के सर्टिफिकेट कोर्स संचालन के लिए पाठ्यक्रम एवं विनियम को स्वीकृति दी गई।
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